IPL 2020 : 3 बार की चैम्पियन महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स पहली बार दबाव में

गुरुवार, 1 अक्टूबर 2020 (18:50 IST)
दुबई। 3 बार की आईपीएल चैम्पियन महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) पहली बार दबाव में है। धोनी के धुरंधर शुक्रवार को सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के खिलाफ होने वाले आईपीएल (IPL 2020) मुकाबले में वापसी करने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे जबकि डेविड वॉर्नर (David Warner) की हैदराबाद टीम जीत की लय बरकरार रखना चाहेगी।
 
चेन्नई को पिछले दो मुकाबले में लगातार हार का सामना करना पड़ा था और टीम एक सप्ताह के ब्रेक के बाद अपना चौथा मुकाबला खेलने जा रही है। चेन्नई को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ पिछले मुकाबले हार का सामना करना पड़ा था जबकि हैदराबाद ने अपने पिछले मुकाबले में दिल्ली को 15 रन से हराया था। हैदराबाद ने इस तरह टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत का स्वाद चखा था।
 
चेन्नई तीन मैचों में 1 जीत और 2 हार के साथ 2 अंक लेकर अंक तालिका में सबसे नीचे आठवें स्थान पर है जबकि हैदराबाद भी 1 जीत और 2 हार के साथ 2 अंक पाकर सातवें नंबर पर है। चेन्नई ने गत चैंपियन मुंबई इंडियंस को पराजित कर अपने अभियान की विजयी शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद वो अगले 2 मुकाबलों में पिछड़ गई और अपनी लय गंवा बैठी।
 
हैदराबाद की शुरुआत हार के साथ हुई थी और उसे पहले मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। दूसरे मैच में उसे कोलकाता नाइट राइडर्स ने परास्त किया था। हालांकि पिछले मुकाबले में हैदराबाद ने लगातार दो मैच जीत चुकी दिल्ली को हराकर पहली जीत का स्वाद चखा था।
 
चेन्नई और हैदराबाद दोनों टीमों के पास बेहतरीन खिलाड़ी हैं, जो किसी भी टीम को हराने का माद्दा रखते हैं। लेकिन चेन्नई के सामने ओपनिंग जोड़ी चिंता का सबब बनी हुई है। पिछले मुकाबलों में मुरली विजय औऱ शेन वॉटसन दोनों ही खिलाड़ी टीम को बड़ी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे थे। मुरली विजय की फॉर्म तो इतनी खराब है कि वह इस फॉर्मेट में पूरी तरह अनफिट दिखाई दे रहे हैं। इस मैच में यदि विजय 'डग आउट' में बैठे दिखाई दें तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।
 
सुरेश रैना के आईपीएल से बाहर होने का असर अब टीम पर साफ देखा जा सकता है। टीम को मध्यक्रम में रैना की कमी खल रही है। हालांकि फाफ डू प्लेसिस लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनका साथ देने के लिए कोई खिलाड़ी क्रीज पर ज्यादा समय नहीं बिता पा रहा है। चेन्नई को उम्मीद है कि अंबाटी रायुडू फिट होकर इस मैच में वापसी करेंगे और कप्तान धोनी पर से भी यह दबाव हट जाएगा कि उन्हें बल्लेबाजी क्रम में ऊपर जाना चाहिए।
 
राजस्थान रॉयल्स औऱ दिल्ली के खिलाफ डू प्लेसिस ने एक छोर से पारी को संभाला था लेकिन दोनों ही मुकाबलों में बड़ी साझेदारी नहीं होने का नुकसान चेन्नई को उठाना पड़ा। चेन्नई के मध्यक्रम के बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड, केदार जाधव और धोनी अब तक अपना जलवा बिखेरने में नाकाम रहे हैं। रायुडू की वापसी से धोनी की कई चिंताएं कम हो सकती हैं और गायकवाड़ को बाहर होना पड़ सकता है।
 
धोनी राजस्थान के खिलाफ सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे जबकि दिल्ली के खिलाफ छठे स्थान पर बल्लेबाजी करने आए थे। धोनी के इस फैसले की लगातार आलोचना हो रही है और इस मैच में उन्हें इन आलोचनाओं का जवाब देना होगा।
 
धोनी के धुरंधरों को अगर वक्त रहते वापसी करनी है तो खुद कप्तान को अपने प्रदर्शन से टीम को प्रेरित करना होगा जिसके लिए वह जाने जाते हैं। धोनी का अब तक छठे या सातवें स्थान पर उतरना टीम के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। हालांकि धोनी का तर्क है कि वह अन्य खिलाड़ियों को मौका दे रहे हैं। लेकिन इस प्रयोग से टीम का प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है और उसे पिछले दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था। 
 
हैदराबाद की टीम पहली जीत से उत्साहित है जबकि चेन्नई के खिलाड़ियों का मनोबल दो मुकाबले हारने के बाद थोड़ा गिरा होगा। ऐसे में चेन्नई को अपनी पिछली गलतियों से सीख लेनी होगी और टीम में जरुरी बदलाव कर जल्द ही वापसी करनी होगी।
 
पिछले मुकाबले में चेन्नई के गेंदबाजों ने खासा निराश किया था और टीम को अपनी गेंदबाजी विभाग में भी सुधार की जरुरत है। चेन्नई के गेंदबाजों की दिल्ली ने जमकर धुलाई की थी। टीम के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा सबसे अधिक महंगे साबित हुए थे जिन्होंने 4 ओवर में 44 रन लुटाए थे। चेन्नई को अपनी कमियों को जल्द ढूंढना होगा और उसमें सुधार कर वापसी करनी होगी नहीं तो उसके लिए आगे की राह मुश्किल हो जाएगी।
 
हैदराबाद के सलामी बल्लेबाजों ने दिल्ली के खिलाफ बड़ी साझेदारी कर मजबूत शुरुआत दिलाई थी और उसे चेन्नई के सामने इस लय को बरकरार रखना होगा। मनीष पांडे हालांकि पिछले मुकाबले में सस्ते में आउट हुए थे और उन्हें भी अपनी फॉर्म जल्द हासिल करनी होगी।
 
टीम ने पिछले मुकाबले में केन विलियम्सन को अंतिम एकादश में शामिल किया था और उन्होंने इस मौके का फायदा उठाया और 41 रन की पारी खेली। हैदराबाद की निगाहें एक बार फिर विलियम्सन पर टिकी होंगी। टीम के स्टार स्पिनर राशिद खान ने दिल्ली के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी की थी और 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट झटके थे। चेन्नई के बल्लेबाजों को राशिद की फिरकी से बचना होगा जो उनके लिए कड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं।
 
चेन्नई के कप्तान धोनी और हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर के बीच निश्चित रूप से दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा और दोनों टीमें टूर्नामेंट में दूसरी जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेंगी।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी