न्यूजीलैंड की वनडे टीम में 90 के दशक में नियमित रूप से खेलने वाले लार्सन ने कहा, ‘यह स्पष्ट है। हमारे अनुबंध में साफ है कि अगर किसी फ्रेंचाइजी ने खिलाड़ियों को चुना है तो उन्हें आईपीएल विंडो के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘जब हमारे खिलाड़ियों को आईपीएल फ्रेंचाइजी द्वारा चुना जाता है तो वे अपने खेल में सुधार कर सकते हैं। हम खिलाड़ियों में होने वाले सुधार को देख रहे हैं जो क्रिकेट के विकास का शानदार हिस्सा है।’
लार्सन ने स्वीकार किया कि कार्यक्रम बनाना चुनौती हो सकता है लेकिन साथ ही इससे ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘कार्यक्रम को लेकर कुछ छोटी चुनौतियां आती हैं, जैसे इंग्लैंड दौरा जो आईपीएल तक खत्म किया जा सकता है। इसलिए खिलाड़ियों की उपलब्धता को लेकर चुनौती आती है।’
लार्सन ने कहा कि न्यूजीलैंड क्रिकेट और खिलाड़ियों के बीच संबंध काफी शानदार हैं क्योंकि बोर्ड उनकी वित्तीय रूप से बेहतर होने की जरूरत को समझता है जिसके लिए फ्रेंचाइजी लीग, काउंटी क्रिकेट और ब्रिटेन में क्लब क्रिकेट खेलना अहम है।