अबू धाबी। बड़े-बड़े सितारों की मौजूदगी के बावजूद अभी तक अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी कोलकाता नाइटराइडर्स का सामना इंडियन प्रीमियर लीग के मुकाबले में बुधवार को चेन्नई सुपरकिंग्स से होगा जिसने लय हासिल कर ली है।
यह मैच कप्तान दिनेश कार्तिक के लिए भी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा जो कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों मोर्चो पर इस सत्र में अभी तक नहीं चल सके हैं। केकेआर ने इंग्लैंड के विश्व कप विजेता कप्तान इयोन मोर्गन को खरीदा लेकिन कार्तिक को ही कप्तान बनाए रखा।
कार्तिक अभी तक 4 मैचों में 37 रन ही बना सके हैं और उनके कुछ फैसले भी गलत साबित हुए जिससे वे आलोचकों के कोपभाजन बने हुए हैं। वे मोर्गन और आंद्रे रसेल से पहले खुद बल्लेबाजी के लिए उतरे और बिग बैश लीग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले टॉम बेंटोन की जगह सुनील नारायण से ही पारी की शुरुआत कराते रहें जबकि नारायण भी फॉर्म में नहीं है, वहीं बेंटोन की तुलना केविन पीटरसन से की जाती है। नारायण ने चार मैचों में सिर्फ 27 रन बनाये हैं और अब बदलाव की सख्त जरूरत है।
केकेआर के पास कई अच्छे गेंदबाज हैं लेकिन कार्तिक उनका सही इस्तेमाल नहीं कर सके हैं, वहीं पैट कमिंस के खराब फॉर्म ने भी चिंता बढा दी है। शारजाह में भले ही टीमें 200 के पार रन बना रही हो लेकिन करीबी मुकाबलों में गेंदबाजों का प्रदर्शन निर्णायक साबित होता है। दिल्ली के खिलाफ मोर्गन और राहुल त्रिपाठी जीत के करीब ले ही गये थे लेकिन डैथ ओवरों में दिल्ली के गेंदबाज भारी पड़े।
कार्तिक को अपने गेंदबाजों पर भरोसा करना होगा खासकर भारतीय टीम के स्पिनर कुलदीप यादव पर। उनका अभी तक पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं किया गया और दिल्ली के खिलाफ तो वे टीम में भी नहीं थे। दूसरी ओर चेन्नई की टीम लगातार 3 हार के बाद लय में लौट रही है। महेंद्रसिंह धोनी की टीम अब शीर्ष चार में जगह बनाने को बेताब होगी।
धोनी ने शेन वॉटसन पर भरोसा बनाए रखा जिन्होंने पिछले मैच में 53 गेंद में नाबाद 83 रन बनाए। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ वॉटसन और फाफ डु प्लेसी के बीच रिकॉर्ड 181 रन की साझेदारी की मदद से चेन्नई ने 10 विकेट से जीत दर्ज की।