प्रीति ने इस फैसले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, तकनीक का अगर इस्तेमाल नहीं करें तो इसका कोई मतलब ही नहीं बनता। अब समय आ गया है कि बीसीसीआई को नया नियम लाना चाहिए। यह हर साल नहीं हो सकता। मैं हमेशा जीत या हार में संतुष्ट रहती हूं, लेकिन नियम में परिवर्तन करना भी जरुरी है।
प्रीति ने कहा, जो होना था, वो हो गया और यह जरुरी है हम आगे बढ़ें। टीम सकारात्मकता के साथ आगे बढ़े क्योंकि टूर्नामेंट में हमें अभी लंबा सफर तय करना है।(वार्ता)