दुबई:कोलकाता नाइटराइडर्स और पंजाब किंग्स के बीच शुक्रवार को होने वाले आईपीएल के मैच में नजरें वेंकटेश अय्यर की शानदार बल्लेबाजी और रवि बिश्नोई की बेहतरीन गेंदबाजी के मुकाबले पर भी रहेंगी। कोलकाता के हरफनमौला खिलाड़ी वेंकटेश ने अनुशासित तेज गेंदबाजी के सामने अपनी बेखौफ बल्लेबाजी से सभी का ध्यान खींचा है।
वहीं बिश्नोई की कलाई की स्पिन ने पिछले दो सत्र में नामी गिरामी बल्लेबाजों को भी परेशान किया है। केएल राहुल की पंजाब टीम के लिए प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के मकसद से यह करो या मरो का मुकाबला होगा। राहुल ने मुंबई इंडियंस के हाथों मिली हार के बाद स्वीकार किया कि दबाव में उनकी टीम अच्छा नहीं खेल पा रही और उन्हें प्रदर्शन में सुधार करना होगा।
मध्यक्रम के खराब फॉर्म का भी असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ा है। राहुल (422 रन) और मयंक अग्रवाल (332) को छोड़कर कोई बल्लेबाज प्रभावित नहीं कर सका है। क्रिस गेल ने 10 मैचों में सिर्फ 193 रन बनाये हैं। वहीं निकोलस पूरन दस मैचों में 70 रन ही बना सके हैं।
भारतीय खिलाड़ियों में एम शाहरूख खान और दीपक हुड्डा मौकों का फायदा नहीं उठा सके हैं। बल्लेबाजों की नाकामी के बीच सुनील नरेन और वरूण चक्रवर्ती जैसे धुरंधर स्पिनरों का धीमी पिच पर सामना करना और कठिन होगा। इन दोनों के आठ ओवर मैच की दशा और दिशा तय कर सकते हैं।
वहीं पंजाब के लिए बिश्नोई (नौ विकेट) को छोड़कर कोई गेंदबाज बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सका। मोहम्मद शमी ने 14 और अर्शदीप सिंह ने 13 विकेट जरूर लिए, लेकिन दोनों महंगे साबित हुए हैं। केकेआर के लिए वेंकटेश 144 प्लस के स्ट्राइक रेट से 126 रन बना चुके हैं।
अगर वह शमी और अर्शदीप का पहला स्पैल खेल जाते हैं तो यह देखना रोचक होगा कि वह बिश्नोई और हरप्रीत बरार का सामना कैसे करते हैं। केकेआर ने नीतिश राणा को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजकर भी सही फैसला लिया है चूंकि वह स्पिन को कप्तान ईयोन मोर्गन से बेहतर खेलते हैं । दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मिली जीत में उन्हें इस फैसले का फायदा भी मिला।