प्लेऑफ से तय हो गया नया कप्तान उठाएगा IPL 2022 की ट्रॉफी

सोमवार, 23 मई 2022 (18:19 IST)
आईपीएल 2022 प्लेऑफ की चार टीमें तय हो गई है। प्लेऑफ में सबसे पहला मुकाबला गुजरात टाइटंस बनाम राजस्थान रॉयल्स के बीच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा। इसके बाद एलिमिनेटर में लखनऊ सुपर जाएंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मुकाबला होगा। हारने वाली टीम बाहर हो जाएगी और जीतने वाली टीम आगे बढ़ जाएगी।

इस मैच को जीतने वाली टीम का मुकाबला गुजरात बनाम राजस्थान के मैच में हारने वाली टीम से होगा। जो यह मैच जीतेगा वह टीम फाइनल में जाएगी।

प्लेऑफ की 4 टीमों को देखकर अब यह यकीनी तौर पर कहा जा सकता है कि कोई नया कप्तान ही यह आईपीएल की ट्रॉफी उठाएगा। पिछले सत्र से सिर्फ दो कप्तान ही थे जो आईपीएल की ट्रॉफी जीत चुके थे, चेन्नई से महेंद्र सिंह धोनी और मुंबई से रोहित शर्मा। दोनों ही टीमें इस सत्र में 10 मैच हारकर बाहर हो गई है।

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इसके अलावा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर कभी भी आईपीेल की ट्रॉफी नहीं उठा सकी है। वहीं गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जाएंट्स पहली बार इस आईपीएल में शामिल हुई हैं। इसके अलावा राजस्थान रॉयल्स की बात करें तो इस टीम ने सबसे पहला आईपीेएल 2008 में जीता था। शेन वॉर्न की अगुवाई वाली इस टीम के कप्तान पिछले ही महीने स्वर्गवासी हो गए हैं। इस बार कमान संजू सैमसन के हाथों में है।

दिलचस्प बात यह है कि लगातार सत्रों तक कप्तानी करने वाले अनुभवी कप्तानों की टीमें नीचे की दो टीमें है। इसके अलावा प्लेऑफ में पहुंचने वाली टीमों के कप्तानों का अनुभव काफी कम है।

लखनऊ के कप्तान हैं सबसे अनुभवी

लखनऊ सुपर जाएंट्स के साथ लोकेश राहुल का बतौर कप्तान भले ही यह पहला सत्र हो लेकिन कप्तानी का अनुभव उनके पास 3 सत्रों से है। इससे पहले वह दो सत्रों से पंजाब किंग्स के कप्तान थे और एक बार भी अपनी टीम को प्लेऑफ में नहीं ला पाए थे।

लखनऊ टीम ने उनको 17 करोड़ रुपए देकर मेगा नीलामी में जाने से रोका। केएल राहुल को कप्तानी सौंपी गई और उनके सामने चुनौती थी नए खिलाड़ियों को अपनी बात समझाने की हालांकि गंभीर की मदद से लोकेश राहुल को यह करने में खास दिक्कत नहीं हुई।

लखनऊ की टीम टूर्नामेंट की सबसे संतुलित टीमों में से लग रही है और इसके पीछे केएल राहुल की कप्तानी का हाथ है। फिर चाहे टीम चयन हो या फिर मैदानी चमावट राहुल की कप्तानी में विविधता दिखी है।

संजू सैमसन का कप्तानी का दूसरा सत्र

साल 2020 में दोयम दर्ज के प्रदर्शन से त्रस्त होकर टीम ने स्टीव स्मिथ को रीलीज कर के संजू सैमसन के हाथ में कप्तानी सौंपी। हालांकि पिछला साल संजू के लिए निराशाजनक रहा और टीम प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई लेकिन इस साल मेगा नीलामी में काफी कुछ समीकरण बदल गए। संजू सैमसन को टीम ने 14 करोड़ में रीटेन किया।

टीम के पास कुछ नए और अनुभवी चेहरे आए। देवदत्त पड्डीकल, युजवेंद्र चहल, प्रसिद्ध कृष्णा को टीम में शामिल किया गया। वहीं ट्रेंट बोल्ट और शिमरन हिटमायर जैसे खिलाड़ियों को अपने खेमें में शामिल किया।

बेहतर खिलाड़ियों के होते हुए संजू सैमसन की कप्तानी में भी फर्क दिखा। वह बढ़िया खिलाड़ियों की कमी की वजह से नतीजे नहीं दे पा रहे थे लेकिन अब तस्वीर अलग है। हालांकि टीम को राहुल तेवतिया को रीलीज करने का दुख होगा।

हार्दक पांड्या की कप्तानी का पहला सत्र है आईपीएल 2022

हार्दिक पांड्या के लिए तो यह सत्र किस्मत बदलने वाला रहा है। इससे पहले उनको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कप्तानी का खास अनुभव नहीं था। टीम ने हार्दिक पांड्या को 15 करोड़ का दाम देकर मेगा नीलामी में जाने से रोका था।

हार्दिक पांड्या ने इस सत्र में अपना बल्लेबाजी क्रम बदला और फिनिशिंग की भूमिका राहुल तेवतिया और डेवड मिलर को दी ताकि बल्लेबाजी के लिए ज्यादा गेंद मिल सके। ऐसे ही पिच के मुताबिक गेंदबाजों का चयन किया।

बतौर कप्तान पहले बल्लेबाजी चुनने वाले हार्दिक पांड्या इस सत्र के पहले कप्तान बने। प्लेऑफ में जाने से पहले ही उन्होंने प्रयोग करने शुरु कर दिए थे।यह बताता है कि उनको टीम पर कितना विश्वास था।

फैफ डु प्लेसिस बने बैंगलोर के कप्तान

विराट कोहली पिछले सत्र ही बैंगलोर की कप्तानी को अलविदा कह चुके थे। इस बार कप्तानी का ताज सजा फैफ डु प्लेसिस के सिर पर जो काफी साल तक चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेले थे।

डु प्लेसिस ने कुछ समय दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी भी की है, यही कारण है कि रीटेन किए गए मैक्सवेल और नीलामी में खरीदे गए दिनेश कार्तिक के ऊपर उनको तरजीह दी गई थी।

कई समय तक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस भले ही उम्रदराज हो गए हों लेकिन फ्रैंचाइजियों ने उन पर बोली लगाई थी। 2 करोड़ के आधार मूल्य वाले फैफ डु प्लेसिस को 7 करोड़ में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में खरीदा था।

भले ही बैंगलोर को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए किस्मत का सहारा लगा हो लेकिन इस सत्र डुप्लेसिस की कप्तानी को नकारा नहीं जा सकता। वह विराट कोहली से बेहतर कप्तान अब तक साबित हुए हैं।

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