आईपीएल ने एक बार फिर से साबित किया कि इस खेल में उम्र सिर्फ एक संख्या है। इस सत्र को अनुभवी उमेश यादव, रिद्धिमान साहा और दिनेश कार्तिक के दमदार प्रदर्शन के लिए याद किया जायेगा। कार्तिक ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए फिनिशर की भूमिका में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में एक और वापसी की।इस कारण दिनेश कार्तिक का प्रदर्शन उम्रदराज खिलाड़ियों में सबसे खास हो गया।
लगातार लचर प्रदर्शन के कारण कोलकाता ने मेगा नीलामी से पहले उन्हें रीलीज किया और वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खेमें में 5.5 करोड़ रुपए में शामिल हुए।
आईपीएल 2022 मेगा नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को एक विकेटकीपर की जरूरत थी तो उन्होंने दिनेश कार्तिक पर दांव लगाया और कार्तिक की किस्मत पलट गई। पहले 3 मैचों में तो वह बैंगलोर के लिए फिनिशर बन गए।कुल 16 मैचों में उन्होंने 55 की औसत और 180 की स्ट्राइक रेट के साथ 330 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 66 नाबाद रहा।
कार्तिक ने भारत के लिये 26 टेस्ट, 94 वनडे और 32 टी20 मैच खेले हैं।विश्वकप 2019 में अपना आखिरी मैच खेल चुके दिनेश कार्तिक ने वनडे डेब्यू इंग्लैंड में ही इंग्लैंड के खिलाफ साल 2004 में किया था। पहले ही मैच में उन्होंने अपनी विकेटकीपिंग से प्रभावित किया था। वह 2007 में टी-20 विश्वकप विजेता टीम और 2013 में चैंपियन्स ट्रॉफी विजेता टीम का हिस्सा रहे।
धोनी से पहले विकेटकीपर के तौर पर चुने गए थे कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने साल 2004 में महेंद्र सिंह धोनी से पहले अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज किया था। अपने करियर के शुरुआती चरण में वह अच्छा प्रदर्शन न करने के चलते टीम में अपना स्थान पक्का नहीं कर सके और इसी बीच महेंद्र सिंह धोनी ने अपना जलवा कुछ इस कदर बिखरा कि दिनेश कार्तिक तो दूर पार्थिव पटेल भी टीम में वापसी न कर सके।
दिनेश कार्तिक को एमएस धोनी के अपने टीम इंडिया में अपने पाँव जमाने के बाद भी मौका मिला और वह कई वर्षों तक टीम में बने रहे लेकिन इस बीच उनका प्रदर्शन हमेशा से औसत दर्जे का देखने को मिला। उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे और टी20 साल 2019 और टेस्ट मैच साल 2018 में खेला था।
दिनश कार्तिक ने कई पारियां खेली हैं लेकिन उनकी सबसे छोटी नाबाद पारी सबसे लोकप्रिय हुई। साल 2018 में निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में उन्होंने भारतीय टीम को बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर जिता दिया जो आज भी फैंस याद करते हैं।
अंतिम गेंद पर भारत को 1 गेंद कीमें 5 रनों दरकार थी। सौम्या सरकार की ऑफ साइड पर फेंकी गई गेंद को उन्होंने कवर के ऊपर से मारा और गेंद रस्सी के पार गिरी। यह काफी मुश्किल शॉट था। 8 गेंदो में खेली गई 29 रनों की पारी उनकी सबसे लोकप्रिय पारियों में गिनी जाती है।