सनराइजर्स हैदराबाद ने बुधवार को घोषणा की कि फ्रेंचाइजी टीम के कप्तान केन विलियमसन अपने बच्चे के जन्म के लिये पत्नी के साथ होने के लिये न्यूजीलैंड लौट रहे हैं।
यही नहीं पिछले शनिवार को 17 गेंदों में नौ रन की केन विलियमसन की पारी ने कोलकाता नाइट राइडर्स के ख़िलाफ़ एक महत्वपूर्ण मैच में उनकी और उनकी टीम सनराइज़र्स हैदराबाद के संघर्ष को बढ़ा दिया।पुणे में 178 रनों के लक्ष्य का पीछा करते समय विलियमसन लगातार डॉट गेंदें खेलते रहे। उन्होंने पावरप्ले में कुल 11 डॉट गेंदें खेलीं। वह पावरप्ले के अंतिम ओवर में आख़िरकार शॉर्ट फ़ाइन लेग के ऊपर स्कूप के प्रयास में बोल्ड हो गए।
यही कारण रहा कि जब मंगलवार को मुंबई इंडियन्स ने टॉस जीता तो हैदराबाद की ओर से वह सलामी बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे। बल्कि वह सबसे आखिर में बल्लेबाजी करने उतरे और 7 रनों पर 1 चौके की मदद से 8 रन बना पाए। दिलचस्प बात यह है कि यह उन चुनिंदा पारियों में से थी जिसमें विलियमसन का स्ट्राइक रेट 100 से अधिक था।
हैदराबाद के पास अभिषेक शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए राहुल त्रिपाठी और एडन मारक्रम के तौर पर दो विकल्प पहले से ही मौजूद थे लेकिन टीम के मुख्य कोच टॉम मूडी ने मध्य क्रम में किसी भी तरह के फेरबदल न करने की बात कही थी। मूडी के मुताबिक चूंकि मध्य क्रम टीम के लिए अच्छा काम कर रहा है इसलिए उसके साथ छेड़छाड़ किया जाना उचित नहीं था।
सबसे आखिर में बल्लेबाजी करने आए केन
यही कारण था कि कल अभिषेक शर्मा के साथ बल्लेबाजी के लिए उनके साथ प्रियम गर्ग आए और हैदराबाद का यह दांव चल गया। गर्ग ने तेरतर्रार पारी खेलकर हैदराबाद को तेज शुरुआत दिलाई।
मैच के बाद ब्रॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए विलियमसन ने कहा, "मेरे संघर्ष में निरंतरता आ गई है। चार से पांच गेंदें फ़ील्डर के पास खेलने के बाद आप कड़े प्रहार के लिए जाते हैं और आउट हो जाते हैं। खेल हमेशा हमें सबक सिखाता है और मेरे लिए वहां सीखने के लिए काफ़ी कुछ है।'
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के विशेषज्ञ इयन बिशप और संजय मांजरेकर ने भी यह सुझाव दिया था कि विलियमसन को निचले क्रम में आकर बल्लेबाज़ी करनी चाहिए क्योंकि हैदराबाद के लिए समय निकलता जा रहा था।
बिशप ने 'टी20 टाइम आउट' पर कहा था, "मैं यह बात अब चार से पांच बार दोहरा चुका हूं। मैं त्रिपाठी का समर्थक हूं। त्रिपाठी ने नंबर तीन पर काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन वह दबाव की घड़ी में धीमे हो जाते हैं और विकेट गिर जाता है। अगले एक या दो मैचों में विलियमसन के साथ शुरुआत नहीं करनी चाहिए क्योंकि वह गतिशीलता नहीं देते।"
सुंदर भी कर सकते हैं सलामी बल्लेबाजी
मांजरेकर ने सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर वॉशिंगटन सुंदर का नाम सुझाया था। सुंदर एक ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी ऑलराउंडर के रूप में ख़ुद को स्थापित करने से पहले अपने करियर के शुरुआती दौर में तमिलनाडु के लिए सलामी बल्लेबाज़ ही थे। मांजरेकर ने कहा, "मुझे लगता है कि अब समय आ गया है। एक और पारी और हम देखते हैं कि विलियमसन के साथ कुछ नहीं हो रहा है। एक विकेट गिरते ही आप सोच सकते हैं कि यह विलियमसन हैं और यह कोई बड़ा झटका नहीं है। लेकिन एक विकेट गिरने के बाद आप (हैदराबाद के बल्लेबाज़ी कोच) ब्रायन लारा को भी अपना सिर नीचे करते हुए देखते हैं। इस तरह से एक टीम का मनोबल टूट जाता है। इसके बाद त्रिपाठी अंदर आते हैं और वह थोड़ा चिंतित हो जाते हैं।"
मांजरेकर ने आगे कहा, "इसके बजाय आप युवा खिलाड़ी ले आएं। वाशिंगटन सुंदर एक अच्छे सलामी बल्लेबाज़ हो सकते हैं। किसी और को आज़माएं और विलियमसन को कप्तान बनाएं क्योंकि आप कप्तान के रूप में उन पर भरोसा करना चाहते हैं लेकिन एक बल्लेबाज़ के रूप में मैं कहता रहता हूं कि उनकी फ़ॉर्म को देखते हुए उन्हें थोड़ा गैरज़रूरी बना दें।"
भुवनेश्वर या पूरन करेंगे अंतिम मैच में कप्तानी
केन विलियमसन की कप्तानी में हैदराबाद की टीम 13 मैचों में सिर्फ़ छह जीत और सात हार के साथ अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। हालांकि मंगलवार को मुंबई इंडियंस पर जीत के बाद प्लेऑफ़ में उनकी पहुंचने की संभावना क्षणिक रूप से बनी हुई है।
उनकी अनुपस्थिति में भुवनेश्वर कुमार या निकोलस पूरन टीम की कमान संभाल सकते हैं। जहां भुवनेश्वर कुमार पहले भी कुछ आईपीएल मैचों में हैदराबाद की कमान संभाल चुके हैं, वहीं वेस्टइंडीज़ के सीमित ओवरों के कप्तान निकोलस पूरन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कप्तानी का अनुभव प्राप्त है। वहीं एकादश में उनकी जगह उनके हमवतन ग्लेन फ़िलिप्स ले सकते हैं, जो एक शानदार बल्लेबाज़ के साथ-साथ एक उपयोगी ऑफ़ स्पिनर और कामचलाऊ विकेटकीपर भी हैं।