मुम्बई: पिछले सीजन में केवल बेंच गर्म करने वाले कुलदीप यादव एक नई टीम में जाकर अलग ही गेंदबाज नजर आ रहे हैं। 10 मैचों में 18 विकेट लेकर वह पर्पल कैप की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। एक सीजन के भीतर इस तरह की धमाकेदार वापसी करने वाले कुलदीप का मानना है कि अब वह मानसिक तौर पर एक मजबूत गेंदबाज बन चुके हैं।
अपनी पुरानी फ्रैंचाइजी कोलकाता के खिलाफ दोनों मैचों में 4-4 विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच बने कुलदीप ने ब्रॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स से कहा, "(पहले की तुलना में) मैं शायद एक बेहतर गेंदबाज बन गया हूं। हालांकि एक बात तय है कि मैं मानसिक तौर पर काफ़ी मजबूत हो गया हूं। जिंदगी में असफलता का सामना करने पर आप गलतियों से सीखते हो। मैंने इस पर काम किया हैं और अब मुझे असफलता का कोई डर नहीं है।"
कोलकाता के विरुद्ध तीन ओवर डालकर कुलदीप ने चार विकेट अपने नाम किए। कुलदीप ने आठवें ओवर में गेंद थामी तथा पदार्पण कर रहे बाबा इंद्रजीत (छह) और सुनील नारायण (शून्य) को लगातार गेंदों पर आउट किया। इसके बाद जब वह 14वें ओवर में दूसरे स्पैल के लिये आये तो उन्होंने इस ओवर में श्रेयस और खतरनाक आंद्रे रसेल (शून्य) को अपनी बलखाती गेंदों का मजा चखाकर केकेआर की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेरा।
यह पहली बार नहीं है जब कोलकाता से दिल्ली आए कुलदीप ने अपनी पुरानी फ्रैंचाइजी के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला है। इससे पहले भी इस सत्र में इन दोनों टीमों के खिलाफ खेले मैच में कुलदीप यादव ने कमाल की गेंदबाजी की थी।
10 अप्रैल को भी कोलकाता के खिलाफ लिए थे 4 विकेट
इससे पहले 10 अप्रैल रविवार को ब्रेबोर्न स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स द्वारा नीलामी में ख़रीदे गए कुलदीप का सामना अपनी पहली आईपीएल टीम से हुआ था और एक बड़े स्कोर वाले मुक़ाबले में उनके 35 रन देकर चार विकेटों ने उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच भी दिलाया था।
उन्होंने एक बार श्रेयस को आगे बढ़ते देखा और लंबाई अपनी ओर खींचते हुए गुगली पर उन्हें स्टंप करवाया। श्रेयस की शानदार पारी 33 गेंदों पर 54 रन बनाकर ख़त्म हुई थी।
इसके बाद मैच के 16वें ओवर में चार गेंदों के भीतर कुलदीप ने कमिंस, नारायण और उमेश यादव के विकेट लेकर कोलकाता की उम्मीदों को पूरी तरह से ख़त्म कर दिया था। कमिंस को सीधी और तेज़ डाली गई स्किडर ने छकाया तो नारायण और उमेश उनकी धीमे से डाली गई स्टॉक लेग ब्रेक पर कैच थमा बैठे। उमेश के बल्ले से लगी बाहरी किनारे को कुलदीप पकड़ने ख़ुद 30 यार्ड के दायरे के पास मिडविकेट तक पहुंचे और गोता लगाकर कैच को पूरा किया। उसके बाद की उनकी दहाड़ ने बताया कि इस दिन का स्पैल उनके लिए क्या मायने रखता था।
रसेल को आउट करना भाता है
अपनी सबसे पसंदीदा विकेट के बारे में पूछे जाने पर कुलदीप का कहना था, "मुझे रसेल की विकेट काफी पसंद आई। मैंने कोण में बदलाव करते हुए उन्हें सेट किया। एक बार मैं राउंड द विकेट गया, तो दूसरी बार ओवर द विकेट गया। वह मेरा प्लान था और दो डॉट गेंदों के बाद मुझे पता था कि वह क़दमों का इस्तेमाल करेंगे।"
हाल के कुछ वर्षों में चोट और खराब फॉर्म से जूझ रहे कुलदीप के अनुसार यह उनके आईपीएल करियर का सबसे अच्छा सीजन है। उन्होंने बताया कि वह अपनी गेंदबाजी का आनंद ले रहे हैं।पर्पल कैप की दौड़ में अब कुलदीप अपने मित्र और स्पिन जोड़ीदार युजवेंद्र चहल से केवल एक विकेट पीछे हैं। प्रतिद्वंद्विता अच्छी-अच्छी दोस्तियों को बिगाड़ सकती है लेकिन कुल-चा की जोड़ी के बीच कोई प्रतियोगिता नहीं है।
अपने मित्र चहल के बारे में बताते हुए कुलदीप ने कहा, "मेरे और चहल के बीच में कोई प्रतियोगिता नहीं है। वह मेरे बड़े भाई जैसा है और उसने मुझे प्रोत्साहन दिया है। जब मैं चोटिल था तब भी वह मुझसे लगातार बातचीत करता था। मैं दिल से चाहता हूं कि वह (चहल) पर्पल कैप जीते क्योंकि पिछले चार सालों में उसने बढिय़ा गेंदबाजी की हैं।"