पांच बार आईपीएल जीतने वाली इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम मुंबई इंडियन्स को लगातार 8 हार मिली है। जिससे उसके आईपीएल प्लेऑफ में जाने के सभी सपने धराशाही हो गए हैं।
किसी ने सोचा भी नहीं था कि मुंबई इंडियन्स इतना खराब प्रदर्शन करेगी। भले ही कुछ खिलाड़ियों को मुंबई इंडियन्स मेगा नीलामी में अपने खेमें में मिलाने में नाकाम रही हो लेकिन टीम के पास सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन, रोहित शर्मा ऑलराउंडर कीरन पोलार्ड और फिर गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह थे। लेकिन अभी तक कोई भी अपनी छवि के अनूरूप प्रदर्शन नहीं कर पाया।
इस सीज़न मुंबई इंडियंस की शर्मनाक शुरुआत को अमूमन नीलामी के दौरान उनकी रणनीति से जोड़ा जा रहा है। ख़ास तौर पर जोफ़्रा आर्चर पर नीलामी में किए गए खर्च पर लगातार चर्चा हो रही है। जोफ़्रा आर्चर मुंबई इंडियंस के लिए 2023 या उसके बाद के सीज़न में कमाल दिखा सकते हैं, लेकिन आईपीएल के इस संस्करण में उनकी गेंदबाज़ी जसप्रीत बुमराह पर ज़रूरत से ज़्यादा निर्भर हो गई है।
कप्तानी से लेकर बल्लेबाजी में फ्लॉप हिटमैन
रोहित शर्मा बल्लेबाजी में इतने फ्लॉप साबित हुए हैं इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि जयदेव उनादकट का 19.66 का बैटिंग औसत कप्तान से बेहतर है। रोहित शर्मा 8 मैचों में एक भी अर्धशतक लगाने में नाकामयाब हुए हैं। उन्होंने 126 की स्ट्राइक रेट से 153 रन बनाए हैं।
मैच के बाद रोहित शर्मा ने सीधे तौर पर इस हार के लिए टीम की बल्लेबाज़ी को दोषी ठहराया।रोहित ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा, "जब आप एक ऐसे लक्ष्य का पीछा कर रहे हों, तो साझेदारियों का बनना ज़रूरी होता है, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। कुछ गैरज़िम्मेदाराना शॉट की वजह से हमें वह मोमेंटम नहीं मिल पाया।"
बल्लेबाज़ों के बीच आत्मविश्वास की कमी के संबंध में रोहित ने कहा, "आप ऐसा कह सकते हैं। टूर्नामेंट में अब तक हमने उम्मीद से काफ़ी ख़राब बल्लेबाज़ी की है। सब कुछ बल्लेबाज़ी पर ही जाता है। जो मैदान में नज़रें जमा लेता है, तब यह उसकी ज़िम्मेदारी है कि वह लंबी बल्लेबाज़ी करे। लेकिन हम इस टूर्नामेंट में ऐसा कर पाने में विफ़ल रहे। हमारा कोई भी बल्लेबाज़ लंबी पारी नहीं खेल पाया। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी परिस्थिति में एक व्यक्ति को लंबी बल्लेबाज़ी करनी होगी।"
अंक तालिका में सबसे नीचे है मुंबई
रविवार को मिली हार ने प्लेऑफ़ में पहुंचने की मुंबई की उम्मीद को बस अब आंकड़ों तक ही समेट कर रख दिया है। मुंबई को अगले छह मुक़ाबले जीतने के बावजूद भी दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर रहना पड़ेगा। वहीं इस सीज़न में अपनी पांचवीं जीत हासिल करने के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स अक तालिका में एक बार फ़िर टॉप चार में काबिज़ हो चुकी है।