कैप्टन कूल ने टॉस जीतकर ही कर दी बड़ी गलती, भारी पड़ा गेंदबाजी करना
गुरुवार, 5 मई 2022 (13:54 IST)
पुणे: महेंद्र सिंह धोनी कैप्टन कूल के नाम से जाने जाते हैं। वह ऐसे निर्णय लेते हैं जिसमें जोखिम भरा होता है। वह पिच की स्थिति पढ़कर फैसले लेते हैं ना की भेड़ चाल को अपनाते हैं। लेकिन कल उन्होंने वह नहीं किया जिसके लिए वह जाने जाते हैं।
महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स के अपने 200वें मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। मैच पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा था। यह जानते हुए भी कि इस पिच पर बाद में बल्लेबाजी थोड़ी मुश्किल हो जाती है धोनी ने सुरक्षित निर्णय लिया और वह किया जो लगभग सभी कप्तान इस सत्र में करते हुए दिखे है- टॉस जीतकर गेंदबाजी।
हालांकि यह फैसला अंत में टीम के हित में नहीं गया।दिलचस्प बात यह है कि चेन्नई पिछला मैच यहां पहले बल्लेबाजी करने पर ही जीती थी लेकिन फिर भी धोनी ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी।
बैंगलोर द्वारा दिए गए 174 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई के लिए सलामी बल्लेबाज डेवन कोन्वे ने 37 गेंद की पारी में छह चौके और दो छक्के की मदद से 56 रन बनाये। टीम का कोई अन्य बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहा। यही कारण रहा की टीम को 13 रनों से हार का सामना करना पड़ा और टीम अब टूर्नामेंट से बाहर निकलने से सिर्फ 1 हार दूर है।
आंकड़े दे रहे हैं गवाही
पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में अब तक खेले गे 10 मैचों में से 7 टीम रनों से जीती है और सिर्फ 3 टीम विकेट से। यह साफ दर्शाता है कि जो टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरती है उसके जीतने की संभावना ज्यादा रहती है। राजस्थान रॉयल्स यहां पर टॉस हारकर भी कई मैच जीतने में सफल हुई क्योंकि वह पहले बल्लेबाजी कर रही थी।
अंक तालिका की जगह अपनी खामियों पर ध्यान दे रहे है: धोनी
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग मैच में बुधवार को 13 रन की शिकस्त झेलने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने यहां कहा कि उनकी टीम के अंक तालिका की जगह अपनी खामियों पर ध्यान देने की जरूरत है।
चेन्नई की टीम जीत के लिए 174 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आठ विकेट पर 160 रन ही बना सकी। इस हार से टीम प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर होने के कागार पर पहुंच गयी है।
धोनी ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, हमें यह देखते रहना चाहिए कि क्या गलत हुआ। आप अंक (तालिका) को देख कर विचलित हो सकते है। हम अपनी खामियों पर ध्यान दे रहे हैं ना कि अंक तालिका में हम किस स्थान पर हैं।
कप्तान ने कहा कि पिच बल्लेबाजी के लिए आसान होते जा रही थी और बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन ने निराश किया।उन्होंने कहा, हमने (बेंगलोर को) प्रतिस्पर्धी स्कोर पर रोका था लेकिन बल्लेबाजों ने निराश किया। लक्ष्य का पीछा करते समय आपको पिच का अंदाजा रहता है। लक्ष्य का पीछा करना आकलन का खेल है। हमारे बल्लेबाज सही से आकलन नहीं कर पाए।