प्लेऑफ की होड़ से बाहर हो जाने के बाद लगातार दो जीत हासिल कर चुकी मुंबई इंडियंस सोमवार को डीवाई पाटिल स्टेडियम में शाम 7.30 बजे होने वाले आईपीएल मुकाबले में कोलकाता नाईट राइडर्स के खिलाफ जीत की हैट्रिक पूरी करने उतरेगी। कोलकाता के भी 11 मैचों में सात हार के बाद आठ अंक हैं और प्लेऑफ की उम्मीदों के लिए उसे मुंबई के पलटवार से सतर्क रहना होगा।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
हेड टू हेड रिकॉर्ड की बात की जाए तो मुंबई कोलकाता से काफी आगे है। इन दोनों टीमों के बीच खेले गए 30 मैचों के 22 मुकाबलों में मुंबई को जीत मिली है और सिर्फ 8 में कोलकाता जीत पाया है। जिसमें से एक जीत इस सत्र में मिली है जब पैट कमिंस ने 15 गेंदो में 56 रन बनाकर टीम को जिताया था।
मुंबई के मध्यक्रम में कुछ बल्लेबाजों ने जगाया विश्वास
मुंबई ने जैसा खेल दिखाया है उसमें कोई खास बात या ताकत ढूंढना बहुत की मुश्किल है। लेकिन फिर भी मध्यक्रम के कुछ बल्लेबाज जैसे सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा और डेवाल्ड ब्रेविस में से कोई एक अच्छी पारी खेलता ही है। पिछले मैच में मुंबई का लंबे समय बाद जो खाता खुला उसका श्रेय इन ही बल्लेबाजों को जाना चाहिए।
मुंबई की गेंदबाजी का बुरा हाल
वैसे तो मुंबई की सलामी बल्लेबाजी ने नाक कटाई है लेकिन गेंदबाजी मुंबई की सबसे बड़ी कमजोर कड़ी साबित हुई है। जसप्रीत बुमराह के अलावा सभी गेंदबाज महंगे साबित हुए है। फिर चाहे वह डेनियल सेम्स हो मुरुगन अश्विन या फिर जयदेव उनादकट। इस कारण टीम ने 1 बाएं हाथ का स्पिनर और एक तेज गेंदबाज दल में शामिल किया है।
श्रेयस की कप्तानी है कोलकाता की ताकत
श्रेयस अय्यर की कप्तानी कोलकाता की ताकत बनकर उभरी है। भले ही मैच का नतीजा जैसा भी हो वह अपनी टीम को जीत के लिए हर संभव प्रयास करते हुए दिखते हैँ। शुरुआत में बुरे फॉर्म से जूझ रहे श्रेयस राजस्थान के खिलाफ फॉर्म में आ गए थे।हालांकि वह फॉर्म उन्होंने फिर खो दिया।
कोलकाता बन चुकी है वन मैन आर्मी
कोलाकाता की टीम ईकाई की तरह प्रदर्शन नहीं कर पा रही जैसा शुरुआती कुछ मैचों में दिखा था। जीत अब बस कुछ खिलाड़ियों के भरोसे दिखती है। बाद में बल्लेबाजी हो तो रसेल पहले बल्लेबाजी हो तो उमेश। इन दो खिलाड़ियों पर टीम ने अतिरिक्त दबाव में ला दिया है।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
पिछली नीलामी में सबसे महंगी ख़रीद मुम्बई के इशान किशन ने फ़ॉर्म में वापसी का इशारा किया है। उन्होंने पिछली दो पारियों में 26(18) और 45(29) रन बनाए हैं और वह बड़ा स्कोर खड़ा करने के लिए तैयार है। डीवाई पाटिल स्टेडियम में अपने पहले मैच में इशान ने अर्धशतक लगाया था।
अगर किसी खिलाड़ी ने इस टूर्नामेंट में निरंतरता दिखाई है तो वह मुम्बई के 19 वर्षीय तिलक वर्मा हैं। नंबर चार या उससे नीचे आते हुए उनके नाम इस सीज़न सबसे ज़्यादा रन हैं। उन्होंने 10 पारियों में 136.66 के स्ट्राइक रेट और 41 के औसत से 328 रन बनाए हैं। उनके अलावा किसी भी बल्लेबाज़ ने स्पिन के ख़िलाफ़ इतने रन नहीं बनाए हैं। उन्होंने 150 के स्ट्राइक रेट से 170 रन जड़े हैं, जबकि आउट वह केवल एक बार हुए हैं।
मुंबई के नए फिनिशर बन चुके टिम डेविड ने पिछले मैच में गुजरात के ख़िलाफ़ 21 गेंद में नाबाद 44 रन बनाने के बाद प्लेयर ऑफ़ द मैच बने थे। 2022 में टी20 में उन्होंने डेथ ओवरों में सबसे ज़्यादा 15 पारियों में 207.43 के स्ट्राइक रेट से 251 रन बनाए हैं।
कोलकाता के कप्तान श्रेयस अय्यर ने अपनी टीम के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाए हैं। उनके नाम 11 मैचों में 33 के औसत से 330 रन हैं। उन्होंने सात बार 20 या उससे ज़्यादा रन की पारी खेली हैं, जिससे वह ख़ुद ही सुरक्षित एकादश में जगह बना लेते हैं।
कोलकाता के आलराउंडर आंद्रे रसल ने इस सीज़न बल्ले और गेंद से कमाल किया हैं। उन्होंने 11 मैचों में 183.78 के स्ट्राइक रेट से 272 रन बनाए हैं और 12 विकेट लिए हैं। वहीं 12 में से 11 विकेट उनके आधी पारी ख़त्म होने के बाद आए हैं, जिससे वह इस सूची में ब्रावो और नटराजन के साथ खड़े हैं।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले बाबा इंद्रजीत हर बल्लेबाजी क्रम पर विफल हो रहे हैं। पहले वह मध्यक्रम में थे इसके बाद पिछले मैच में उनको सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने 1 ओवर बर्बाद किया और फिर अपना विकेट मोहसिन खान को तोहफे में दिया। आज उनके लिए खुद को साबित करने का आखिरी मौका हो सकता है।