प्रदर्शन में निरंतरता लाने के लिए जूझ रही दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स की टीम सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग मैच में एक-दूसरे को हराकर प्ले आफ में जगह बनाने की उम्मीद जीवंत रखने के इरादे से उतरेंगी।दोनों ही टीम मौजूदा सत्र में अब तक लगातार दो मैच नहीं जीत पाई हैं और दोनों ही टीम एक और मुकाबला हारने की स्थिति में भी नहीं हैं।
पंजाब की टीम 12 अंक के साथ अंक तालिका में सातवें स्थान पर है और उसका नेट रन रेट प्लस 0.023 है। दिल्ली की टीम के भी 12 ही अंक हैं लेकिन प्लस 0.210 के अच्छे नेट रन रेट के कारण टीम पांचवें स्थान पर है जिससे उसे दो या अधिक टीम के समान अंक होने की स्थिति में फायदा मिल सकता है।
पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आठ विकेट की जीत के बाद दिल्ली कैपिटल्स की टीम बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ मुकाबले में उतरेगी जबकि पंजाब किंग्स ने भी अपने पिछले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को हराया था।
दिल्ली के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर काफी अच्छी लय में हैं लेकिन दूसरा सलामी बल्लेबाज टीम के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। मनदीप सिंह और श्रीकर भरत ने पृथ्वी साव की गैरमौजूदगी में निराश किया है। टाइफाइड से उबर रहे पृथ्वी भी हालांकि मौजूदा सत्र में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।पृथ्वी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है लेकिन यह देखना होगा कि यह युवा खिलाड़ी सोमवार को इस अहम मुकाबले के लिए फिट हो पाता है या नहीं।
दिल्ली के लिए हालांकि यह राहत की बात है कि मिशेल मार्श अंतत: लय में लौट गए हैं। इस आक्रामक आलराउंडर ने रॉयल्स के खिलाफ बल्ले और गेंद दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया और टीम की सफलता के लिए उनकी और वॉर्नर की भूमिका अहम रहेगी।कप्तान ऋषभ पंत पर भी सभी की नजरें रहेंगी। पंत ने रॉयल्स के खिलाफ चार गेंद की पारी के दौरान दो छक्के मारे लेकिन अब तक मैच विजेता पारी नहीं खेल पाए हैं जिसमें वह सक्षम हैं।रोवमैन पावेल ने चौके और छक्के जड़ने की अपनी क्षमता का परिचय दिया है और दिखाया है कि शीर्ष क्रम से मदद मिलने पर वह टीम को मैच जिता सकते हैं।
पंजाब के गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई कागिसो रबादा कर रहे हैं जो मौजूदा सत्र में सबसे सफल तेज गेंदबाज हैं।पंजाब के लिए अर्शदीप सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन राहुल चाहर महंगे साबित हो रहे हैं।रॉयल्स के खिलाफ दिल्ली के गेंदबाजी आक्रमण ने काफी प्रभावित किया था।
युवा चेतन सकारिया ने पैर की मांसपेशियों में चोट के कारण बाहर हुए खलील अहमद की गैरमौजूदगी में शानदार गेंदबाजी की जबकि तेज गेंदबाज एनरिच नोर्किया भी लय हासिल कर रहे हैं।
टीम की गेंदबाजी का सबसे कमजोर पहलू शार्दुल ठाकुर हैं जो काफी महंगे साबित हो रहे हैं और उन्हें काफी विकेट भी नहीं मिल रहे।जॉनी बेयरस्टो, लियाम लिविंगस्टोन, शिखर धवन और भानुका राजपक्षे के सामने हालांकि दिल्ली के गेंदबाजों की राह आसान नहीं होने वाली।
बेयरस्टो और लिविंगस्टोन की इंग्लैंड की जोड़ी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने में सक्षम है जो उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ करके दिखाया।
धवन 400 से अधिक रन बनाकर पंजाब के शीर्ष स्कोरर हैं और करो या मरो के इस मुकाबले में टीम को उनसे काफी उम्मीद होगी। धवन के साथ पारी का आगाज करने का मौका मिलने के बाद बेयरस्टो ने भी लय हासिल कर ली है और यह टीम के लिए बड़ा सकारात्मक पक्ष है।
बड़े शॉट खेलने की अपनी क्षमता से प्रभावित करने वाले भानुका राजपक्षे को हालांकि अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने की जरूरत है।
मध्य क्रम में खेल रहे कप्तान मयंक अग्रवाल बल्ले से अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं और कप्तानी पारी खेलने का उनके पास इससे बेहतर समय नहीं होगा।
आइए जान लेते हैं कि किस खिलाड़ी को शामिल करने से आपको होगा भरपूर फायदा
विकेटकीपर- दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत को शुरुआत तो मिलती है लेकिन वह उसे भुना नहीं पाते। वहीं पंजाब के विकेटकीपर जॉनी बेरेस्टो अब फॉर्म में आ चुके हैं और पिछले मैच में अर्धशतक भी लगा चुके हैं।
बल्लेबाज- दोनों ही टीम के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाजों को टीम में लेना चाहिए। दिल्ली से डेविड वॉर्नर और पंजाब से शिखर धवन को शामिल किया जा सकता है। पंजाब के कप्तान मयंक अग्रवाल को भी मौका दिया जा सकता है।
ऑलराउंडर्स - इस वर्ग में पंजाब दिल्ली से थोड़ी भारी लगती है। हालांकि दिल्ली से सिर्फ 1 नाम है जो सब पर भारी पड़ता है वह है मिचेल मार्श। वहीं पंजाब के लियाम लिविंग्सटोन को लिया जा सकता है।
गेंदबाज- इस वर्ग में देशी गेंदबाजों से काम चलाना पड़ेगा। दिल्ली के कुलदीप यादव और चेतन सकारिया को शामिल किया जा सकता है। वहीं पंजाब से अर्शदीप सिंह और राहुल चाहर को खिलाना चाहिए।