पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच सोमवार को डीवाई पाटिल स्टेडियम, मुंबई में होने वाले आईपीएल मुकाबले में करो या मरो का मैच होगा जिसमें जीतने वाली टीम की उम्मीदें बनी रहेंगी जबकि हारने वाली टीम बाहर हो जायेगी। दोनों टीमों के 12-12 मैचों से 12-12 अंक हैं। दिल्ली पांचवें और पंजाब सातवें स्थान पर है।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
हेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो पंजाब और दिल्ली के बीच करीबी मुकाबला है। कुल29 मैचों में पंजाब 15 तो दिल्ली 14 मैच जीत चुकी है।
दिल्ली की गेंदबाजी हुई मजबूत
गेंदबाजी में स्पिनर कुलदीप यादव ने 18, तेज गेंदबाज खलील अहमद ने 16 और शारदुल ठाकुर ने 9 विकेट लिये हैं लेकिन सभी महंगे साबित हुए हैं। कुलदीप हालांकि इस सत्र में बेहद कामयाब रहे और उनका खोया आत्मविश्वास भी लौट आया है । एनरिच नॉर्किया की वापसी से दिल्ली की गेंदबाजी और मजबूत हुई है।
वॉर्नर का जोड़ीदार ढूंढना दिल्ली की समस्या
दिल्ली के सामने समस्या वॉर्नर का सही जोड़ीदार नहीं मिल पाने की है। पृथ्वी नौ मैचों में 28 . 77 की औसत से 259 रन ही बना सके ।मनदीप सिंह को मौका दिया गया जो तीन मैचों में 18 रन ही बना पाये हैं। इसके बाद श्रीकर भरत को मौका दिया जो राजस्थान के खिलाफ खाता भी नहीं खोल पाए। पंजाब के खिलाफ क्या होगी सलामी बल्लेबाजी इस पर सबकी नजर रहेगी।
पंजाब किंग्स का शीर्ष क्रम है मजबूत
पंजाब किंग्स की एक ताकत दिखती है कि उनका शीर्ष क्रम मजबूत है। शिखर धवन अच्छे फॉर्म में है मयंक अग्रवाल भी फॉर्म में आ चुके हैं। लियाम लिविंग्सटन ने भी कुछ बेहतरीन पारियां खेली है।पिछले मैच में जॉनी बेरेस्टो भी फॉर्म में आ चुके हैं।
निचला क्रम है पंजाब की सबसे बड़ी कमजोरी
पंजाब की सबसे बड़ी कमजोरी की बात करें तो वह निचले क्रम की बल्लेबाजी है। पांचवे छठवें नंबर पर जैसे ही लियाम लिविंग्सटन आउट होते हैं वैसे ही ऐसा लगता है कि गेंदबाजों की बल्लेबाजी आ गई है। लखनऊ से हुए पिछले मैच में पंजाब की यह कमजोरी उभर कर सामने आ गई थी।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
वॉर्नर इस सीज़न में अब तक दिल्ली कैपिटल्स के सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने 10 मुक़ाबलों में 152 के स्ट्राइक रेट से 427 रन बनाए हैं। वह इस सीज़न में ब्रेबोर्न स्टेडियम पर 60 नाबाद और 61 रनों की पारी खेल चुके हैं। वार्नर का मानना है कि शीर्ष क्रम के शीर्ष तीन बल्लेबाजों का चलना बहुत जरूरी है।
दिल्ली के ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिचेल मार्श ने राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ अपने पिछले मुक़ाबले में शानदार प्रदर्शन की बदौलत प्लेयर ऑफ़ द मैच का अवॉर्ड अपने नाम किया था। उन्होंने बल्ले से 62 गेंदों में 89 रन स्कोर करने के साथ-साथ 25 रन देकर दो विकेट भी लिए थे। उन्होंने इस सीज़न में 147.91 के स्ट्राइक रेट से 142 रन बनाए हैं जबकि सिर्फ़ दो बार ही उन्हें पवेलियन लौटने पर मजबूर होना पड़ा है।
चोट से उबरने के बाद साउथ अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ एनरिक नोर्त्जे ने बेहतरीन वापसी करते हुए तीन मुक़ाबलों में छह विकेट अपने नाम किए हैं। उन्होंने कुल 40 आईपीएल विकेटों में सभी चरणों में एक समान रूप से ही विकेट लिए हैं। नोर्त्जे ने पावरप्ले में 13, मध्य ओवरों में 13 और 16-20 ओवरों में 14 विकेट अपने नाम किए हैं।
पंजाब के तेज गेंदबाज कैगिसो रबादा 14 मई के अंत तक इस सीज़न में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में तीसरे स्थान पर काबिज़ हैं। उन्होंने 11 मैचों में कुल 21 विकेट लिए हैं। वह पावरप्ले के साथ-साथ पारी के अंतिम चरण में भी काफ़ी प्रभावशाली रहे हैं। पावरप्ले में गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने नौ जबकि 16-20 ओवरों के बीच गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने आठ विकेट अपने नाम किए हैं। डीवाई पाटिल में आख़िरी बार खेलते हुए उन्होंने गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ 33 रन देकर चार विकेट झटके थे।
पंजाब के जॉनी बेयरस्टो इस सीज़न में बतौर सलामी बल्लेबाज़ कमाल दिखा रहे हैं। उन्होंने पिछली दो पारियों में पारी की शुरुआत करते हुए 56 (40) और 66(29) रन बनाए हैं। आईपीएल में बतौर सलामी बल्लेबाज़ उन्होंने 29 पारियों में 1094 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 42 जबकि स्ट्राइक रेट 145 का रहा है।
बड़े शॉट्स खेलने के लिए मशहूर लियाम लिविंगस्टन इस सीज़न पंजाब के दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने 12 मुक़ाबलों में 385 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 180 का रहा है जो कि इस सीज़न सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले शीर्ष 15 बल्लेबाज़ों में सबसे अधिक है। स्पिनर्स के ख़िलाफ़ दस पारियों में उन्होंने 142.69 के स्ट्राइक रेट से 127 रन बनाए हैं। जबकि सिर्फ़ तीन बार ही वह स्पिनर की गेंदों पर आउट हुए हैं।