पिछले 3 मैचों में 2,2,7 रनों पर आउट होने वाले औरेंज कैप होल्डर जोस बटलर आखिराकर फॉर्म में आ गए। उन्होंने 56 गेंदो में 89 रनों की पारी खेली। जिसकी बदौलत राजस्थान ने पहले क्वालिफायर में गुजरात के खिलाफ 188 रन बना लिए।
बटलर ने 56 गेंद में 12 चौकों से दो छक्कों से 89 रन की पारी खेलने के अलावा कप्तान संजू सैमसन (47) के साथ दूसरे विकेट के लिए 68 रन की साझेदारी भी की। देवदत्त पडिक्कल (28) ने भी उपयोगी पारियां खेली।
बटलर की पारी की बदौलत रॉयल्स की टीम अंतिम चार ओवर में 61 रन जोड़ने में सफल रही।
टाइटंस की ओर से स्टार लेग स्पिनर राशिद खान ने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में सिर्फ 15 रन दिए लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। मोहम्मद शमी, यश दयाल और आर साई किशोर काफी महंगे साबित हुए। इन तीनों ने क्रमश: 43, 46 और 43 रन लुटाए और तीनों को एक-एक सफलता मिली।
टाइटंस के कप्तान हार्दिक पंड्या ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बटलर ने मोहम्मद शमी के पहले ही ओवर में दो चौके मारे लेकिन यश दयाल ने यशस्वी जायसवाल (03) को विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों कैच करा दिया।
सैमसन ने शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया। पहली ही गेंद पर दयाल पर छक्के से खाता खोलने के बाद उन्होंने इस तेज गेंदबाज पर चौका भी जड़ा। सैमसन ने शमी पर लगातार दो चौके मारे और फिर अल्जारी जोसेफ का स्वागत दो छक्कों के साथ किया जिससे टीम ने पावर प्ले में एक विकेट पर 55 रन बनाए।
सैमसन ने आर साई किशोर पर भी दो चौके मारे लेकिन बाएं हाथ के इसी स्पिनर की गेंद पर जोसेफ को आसान कैच दे बैठे। सैमसन ने 26 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और तीन छक्के मारे।
देवदत्त पडिक्कल (28) ने 14वें ओवर में साई किशोर को निशाना बनाते हुए उनके ओवर में छक्का और दो चौके मारे। इसी ओवर में टीम के रनों का शतक भी पूरा किया।
बटलर ने 17वें ओवर में दयाल पर चार चौके जड़े और इस दौरान 42 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अगले ओवर में जोसेफ पर भी तीन चौके मारे।
बटलर को शमी के अगले ओवर में राशिद ने जीवनदान दिया लेकिन शिमरोन हेटमायर (04) ने राहुल तेवतिया को कैच थमा दिया। बटलर ने ओवर की अंतिम दो गेंद पर चौके और छक्का जड़ा और फिर अंतिम ओवर में दयाल पर छक्के के साथ टीम का स्कोर 180 रन के पार पहुंचाया। वह पारी की अंतिम गेंद पर रन आउट हुए।