रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के पास चोटी की टीम गुजरात टाइटंस के खिलाफ यहां वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले अपने आखिरी लीग मुकाबले में प्लेऑफ में जगह बनाने की उम्मीदों के लिए आखिरी मौका होगा।
बेंगलुरु के लिए 20 अंक बना चुकी गुजरात टीम के खिलाफ यह कारनामा करना कतई आसान नहीं होगा लेकिन टी20 में कुछ भी संभव है।बेंगलुरु 13 मैचों में सात जीत और 14 अंकों के साथ तालिका में पांचवें स्थान पर है। इस मुकाबले में जीत से ही आरसीबी का कुछ काम बनेगा । जीत से उसके 16 अंक हो जाएंगे लेकिन अन्य टीमें भी 16 अंकों पर हैं और ऐसी स्थिति में नेट रन रेट की अहम् भूमिका रहेगी। आरसीबी का रन रेट माइनस में है जो अंत में उसके लिए घातक साबित हो सकता है।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
हेड टू हेड रिकॉर्ड पर नजर डालें तो दोनों ही टीमों के बीच सिर्फ 1 मैच हुआ है। सत्र में खेले गए पहले मैच में गुजरात ने बैंगलोर को 6 विकेट से हराया था। बैंगलोर द्वारा दिया गया 171 रनों का लक्ष्य गुजरात ने अंतिम ओवर में पूरा कर लिया। इस मैच में विराट कोहली ने 57 रन बनाए थे जो उनकी अब तक की एकमात्र अर्धशतकीय पारी है।
बैंगलोर के गेंदबाजों ने किया है बेहतरीन प्रदर्शन
बैंगलोर के गेंदबाजों ने पिछले कुछ मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। फिर चाहे वह जोश हेजलवुड हो, हर्षल पटेल हो या फिर वानिंदू हसरंगा हो। गेंदबाजी बैंगलोर की कभी ताकत नहीं रही लेकिन इस सत्र में यह ताकत बनकर उभर रही है।
बैंगलोर ने की है लचर बल्लेबाजी
इसके ठीक उलट यह कहा जा सकता है कि हमेशा बल्लेबाजी बैंगलोर की ताकत रही है लेकिन अब कमजोरी बनकर उभर रही है। आरसीबी ने सत्र का न्यूनतम स्कोर 68 रन अपने नाम किया और एक अन्य मैच में 145 रन के आसान लक्ष्य का पीछा नहीं कर सके। 68 रन बैंगलोर ने हैदराबाद के खिलाफ ही बनाए थे। इसके बाद भी टीम बल्लेबाजी की पिच पर भी सिर्फ 2 बार 170 और 173 रन बना सकी। हैदराबाद से हुए मैच में बैंगलोर 190 रनों का आंकड़ा छूने में कामयाब रही थी।हालांकि पंजाब के खिलाफ 210 रनों का पीछा करते हुए एक बार फिर बैंगलोर ने 9 विकेट खोकर सिर्फ 155 रन बनाए थे।
गुजरात के पास है अद्भुत फिनिशर्स
पहले डेविड मिलर, फिर राहुल तेवतिया उसके बाद राशिद खान। इन 3 नामों के होने के कारण हार्दिक पांड्या आराम से उपरी क्रम में बल्लेबाजी कर पा रहे हैं और 8 मैचों में 308 रन बना चुके हैं। तेवतिया और राशिद ने तो अंतिम 2 गेंदो पर 2 छक्के लगाकर टीम को जीत दिलाई है।
ऊपरी क्रम की धीमी शुरुआत
हालांकि हैदराबाद से हुए मुकाबले में टीम ने पहले पॉवरप्ले में 59 रन बनाए थे लेकिन इससे पहले हुए मैचों में मैथ्यू वेड. ऋद्धीमान साहा और शुभमन गिल की जोड़ी ने तेजी से रन नहीं बनाए। बैंगलोर से हुए मैच में भी साहा और गिल की जोड़ी ने 46 रन ही बनाए हैं। यह ही एकमात्र कमजोरी इस टीम के साथ दिख रही है।
इन खिलाड़ियों पर होगी नजर
आरसीबी के आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल इस सीज़न अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और 30 या उससे अधिक के कई स्कोर बना चुके हैं। हालांकि उनसे टीम को अब भी एक वैसी पारी की दरकार है, जिससे वह मैच का रूख़ पलट दें। मैक्सवेल ने इस सीज़न में 228 रन बनाने के साथ-साथ ही पांच विकेट लिए हैं। फ़ील्डिंग में भी वह शानदार रहे हैं और उनके नाम चार कैच व दो रन आउट है।
मध्य प्रदेश के इस युवा खिलाड़ी रजत पाटीदार ने इस साल बेंगलुरु के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने पांच मैचों में 32.60 के औसत और 133.60 के स्ट्राइक रेट से 163 रन बनाए हैं। गुजरात के ख़िलाफ़ पिछले मुक़ाबले में उन्होंने अपने आईपीएल करियर का पहला अर्धशतक लगाते हुए 32 गेंदों में 52 रन बनाए थे।
बेंगलुरु के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक इस सीज़न में सर्वश्रेष्ठ फ़िनिशरों में से एक रहे हैं। उन्होंने 13 मैचों में 192.56 के स्ट्राइक रेट से 285 रन बनाए। वानखेड़े स्टेडियम में उनके अंतिम पांच स्कोर 30*(8), 66*(34), 44*(23), 25(24) और 40(24) के हैं।
गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या अपनी टॉप फॉर्म में हैं और 12 मैचों में 35 के औसत से 351 रन बनाकर हार्दिक इस सीज़न में गुजरात के लिए बल्ले से कमाल दिखा रहे हैं। वह समय समय पर गेंदबाजी भी कर रहे हैं। ऐसे में उनपर कई फैंस की नजरें होंगी।
गुजरात के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का वानखेड़े स्टेडियम के साथ प्रेम संबंध इस सीज़न में भी जारी है। उन्होंने यहां तीन मैचों में नौ के अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट से आठ विकेट लिए हैं। कुल मिलाकर उन्होंने यहां नौ टी20 मैचों में 18 विकेट लिए हैं। बेंगलुरु के ख़िलाफ़ भी उनका रिकॉर्ड शानदार है और उन्होंने 2019 के बाद से इस टीम के ख़िलाफ़ सात मैचों में दस विकेट लिए हैं।
वानखेड़े स्टेडियम में तेवतिया ने 11 टी20 पारियों में 55.20 के औसत और 158.62 के स्ट्राइक रेट से 276 रन बनाए हैं। इस सीज़न में उनके प्रमुख दो स्कोर 40*(21) और 40*(24) के हैं।