रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहली बार इस सत्र में आमने सामने होगी। विश्व के सबसे बड़े स्टेडियम में दोनों ही टीमों के पास एक ही लक्ष्य होगा- फाइनल में पहुंचना।
हेड टू हेड रिकॉर्ड
हेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का राजस्थान रॉयल्स पर पलड़ा भारी है। कुल 27 मैचों में से बैंगलोर ने 13 जीते हैं वहीं राजस्थान ने 11 में बाजी मारी है। दोनों ही टीमों के बीच सबसे ज्यादा 3 मैच बेनतीजा हुए हैं।
अगर इस सत्र की बात करें तो दोनों ही टीम 2 बार भिड़ी है। पहले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को तो दूसरे में राजस्थान रॉयल्स को जीत मिली है।
राजस्थान के पास हैं सर्वाधिक रन बनाने और विकेट लेने वाले 2 खिलाड़ी
राजस्थान ने कितना बेहतरीन खेल दिखाया है इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि सर्वाधिक रन बनाने और विकेट लेने वाले खिलाड़ी दोनों ही राजस्थान के पास है।
जॉस बटलर ने तो अपना तीसरा शतक आईपीएल 2022 में लगा दिया। ऐसे टूूर्नामेंट में जहां बल्लेबाज अपने फॉर्म के लिए जूझ रहे हो आईपीएल के पहले 35 मैचों में 3 शतक लगाना एक खास बात है। अपने 15 मैचों की 15 पारियों में जॉस बटलर 51 की शानदार औसत और 148 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 718 रन बनाए हैं।
वहीं सर्वाधिक विकटों की बात करें तो यह कमाल की हैट्रिक ले चुके युजवेंद्र चहल के पास है। युजवेंद्र चहल अब तक इस सत्र में वह 15 मैचों में 60 ओवर डालकर 462 रन देकर 26 विकेट ले चुके हैं। कोलकाता के खिलाफ किया गया उनका प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ है जिसमें उन्होंने 40 रन देकर 5 विकेट लिए थे।
कुछ खिलाड़ियों पर है राजस्थान की अति निर्भरता
राजस्थान इन दोनों ही खिलाड़ियों पर अति निर्भर दिखता है। बाकी खिलाड़ी लय से जूझ रहे है, जिसमें सबसे पहले नाम आता है कप्तान संजू सैमसन का। इसके अलावा देवदत्त पड्डीकल, शिमरन हिटमायर, गेंदबाजी में प्रसिद्ध कृष्णा और ट्रैंट बोल्ट। यह खिलाड़ी कभी अच्छा खेलते हैं कभी बुरा।
फाफ की कप्तानी शांत चित्त
कोहली के फॉर्म , दिनेश कार्तिक की एक फिनिशर के रूप में सफलता, जोश हेजलवुड, वानिंदु हसरंगा और हर्षल पटेल की तेज गेंदबाजों की तिकड़ी और सीम की मददगार पिच पर आरसीबी का जोश कई गुना बढा हुआ है। फाफ डु प्लेसी की शांतचित्त कप्तानी के दम पर टीम पहला आईपीएल खिताब जीतने की ओर अगला कदम रखना चाहेगी। इस बार उसके पास तीन बार के आईपीएल विजेता डु प्लेसी हैं जो उसका लकी चार्म साबित हो सकते हैं।अब टीम को रजत पाटीदार नामक एक नया युवा सितारा भी मिल चुका है।
बैंगलोर ने की है लचर बल्लेबाजी
आरसीबी ने सत्र का न्यूनतम स्कोर 68 रन अपने नाम किया और एक अन्य मैच में 145 रन के आसान लक्ष्य का पीछा नहीं कर सके। 68 रन बैंगलोर ने हैदराबाद के खिलाफ ही बनाए थे। इसके बाद भी टीम बल्लेबाजी की पिच पर भी सिर्फ 2 बार 170 और 173 रन बना सकी। हैदराबाद से हुए मैच में बैंगलोर 190 रनों का आंकड़ा छूने में कामयाब रही थी।हालांकि पंजाब के खिलाफ 210 रनों का पीछा करते हुए एक बार फिर बैंगलोर ने 9 विकेट खोकर सिर्फ 155 रन बनाए थे।एलिमिनेटर में बैंगलोर ने जरूर 207 रन बना लिए थे लेकिन यह फॉर्म आगे रहता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी।
इन खिलाड़ियों पर होंगी निगाहें
मध्य प्रदेश के इस युवा खिलाड़ी रजत पाटीदार ने इस साल बेंगलुरु के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने 7 मैचों में 55 के औसत और 150 के स्ट्राइक रेट से 275 रन बनाए हैं। गुजरात के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में उन्होंने अपने आईपीएल करियर का पहला अर्धशतक लगाते हुए 32 गेंदों में 52 रन बनाए थे।पिछले मैच में तूफानी शतक बनाने के कारण नजरें उन पर होना लाजमी है।
आरसीबी के आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल इस सीज़न अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और 30 या उससे अधिक के कई स्कोर बना चुके हैं। हालांकि उनसे टीम को अब भी एक वैसी पारी की दरकार है, जिससे वह मैच का रूख़ पलट दें। मैक्सवेल ने इस सीज़न में 277 रन बनाने के साथ-साथ ही पांच विकेट लिए हैं। फ़ील्डिंग में भी वह शानदार रहे हैं।
विराट कोहली गुजरात के खिलाफ दो अर्धशतक लगा चुके हैं। वह तब प्रदर्शन कैसा करते हैं जब टीम को उनसे सबसे ज्यादा उम्मीदें है यह बात सभी क्रिकेट प्रेमी जानना चाहते हैं। वह अपने जश्न के तरीकों के लिए भी मशहूर हो रहे हैं।
शिमरन हिटमायर राजस्थान की टीम से वापस जुड़ गए हैं। यह अच्छी बात रही कि उनकी कमी टीम को नहीं खली। हिटमायर भी लय में आने के लिए बेकरार होंगे।पिछले दो मैचों में वह कुछ खास नहीं कर सके हैं। इस बार उन्हें ऊपर भेज कर कप्तान कुछ ज्यादा रन बटोरने की कोशिश करेंगे।
अपने युवा करियर में अधिकांश समय के लिए बल्लेबाज़ी की शुरुआत करने के बाद देवदत्त पडिकल इस सीज़न में राजस्थान के लिए नंबर चार पर बल्लेबाज़ी कर रहे हैं। कर्नाटक के इस युवा खिलाड़ी ने इस सीज़न में चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए 39, 48, 31 और 41 के स्कोर दर्ज किया है और टीम के द्वारा दी गई जिम्मेदारी को निभाया है।
रियान पराग को राजस्थान में मौका ही क्यों दिया जा रहा है यह बड़ा प्रश्न है। पिछले मैच में भी उन्होंने बल्ले से निराश किया था। वह एक ऐसे ऑलराउंडर है जो ना ही बल्ले ना ही गेंद से प्रभावित कर रहे हैं। लेकिन उन्हें लगातार मौके मिल रहे हैं।