सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) की टीम इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के नए सत्र में कप्तान एडेन मार्कराम और कोच ब्रायन लारा की देखरेख में पिछले कुछ सत्र के लचर प्रदर्शन को पीछे छोड़ना चाहेगी।
आईपीएल का आगामी सत्र 31 मार्च से शुरू हो रहा है। एसआरएच की टीम दो अप्रैल को घरेलू मैदान पर राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी।
मार्कराम की अगुवाई में सनराइजर्स ईस्टर्न केप की टीम पहली बार आयोजित एसए20 लीग का खिताब जीतने में सफल रही। आईपीएल में उनके पास अपने नेतृत्व कौशल को साबित करने की चुनौती होगी।
एसआरएच की टीम हालांकि लगातार तीसरे साल अपने कप्तान को बदल रही है। टीम 2021 में तालिका में सबसे निचले पायदान पर रही थी जबकि 2022 में 10 टीमें में उसने आठवां स्थान हासिल किया था।
साल 2016 में खिताब जीतने के बाद, एसआरएच के लिए सबसे बड़ा मुद्दा टीम की कप्तानी रही है, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर और न्यूजीलैंड के करिश्माई बल्लेबाज केन विलियमसन को पिछले दो सत्र में टीम की हार की कीमत चुकानी पड़ी थी।
मजबूती: एसआरएच ने अपने शीर्ष क्रम को मजबूती प्रदान करने के लिए भारतीय बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के अलावा इंग्लैंड के आक्रामक युवा खिलाड़ी हैरी ब्रुक को टीम में शामिल किया है। ब्रुक को इंग्लैंड क्रिकेट का भविष्य माना जा रहा है और उन्होंने 99 टी20 मैचों में 148.32 की स्ट्राइक रेट से 2,432 रन बनाये है।
लारा पिछले सत्र में टीम के रणनीतिक सलाहकार और बल्लेबाजी कोच थे लेकिन इस सत्र में वह टॉम मूडी की जगह मुख्य कोच की जिम्मेदारी संभालेंगे।
टीम की बल्लेबाजी क्रम लंबी है और इसमें विकल्प की कमी नहीं है। मयंक, अभिषेक शर्मा और राहुल त्रिपाठी शीर्ष क्रम में होंगे जबकि मध्यक्रम में मार्कराम, ब्रुक और ग्लेन फिलिप्स या हेनरिच क्लासेन को जगह मिलने की संभावना है। इसके साथ ही वाशिंगटन सुंदर और मार्को जानसेन भी तेजी से रन बनाने में माहिर है। एचआरएच के पास एक मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण भी है।
अनुभवी भुवनेश्वर कुमार के अलावा टीम में उमरान मलिक, जानसेन, टी. नटराजन और कार्तिक त्यागी भी हैं। अफगानिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज फजलहक फारूकी ने हाल के दिनों में काफी प्रभावित किया है।
कमजोरी: हैदराबाद की टीम के पास स्पिन-गेंदबाजी में ज्यादा विकल्प नहीं हैं। इंग्लैंड के अनुभवी आदिल रशीद को सुंदर, मार्करम, अभिषेक और मयंक मारकंडे का साथ चाहिये होगा।
मयंक अग्रवाल और राहुल त्रिपाठी के अलावा टीम के पास शीर्ष क्रम में अनुभवी भारतीय बल्लेबाज नहीं है। अभिषेक शर्मा के लिए 2022 का सत्र ठीक-ठाक रहा था तो वहीं अब्दुल समद और अनमोलप्रीत सिंह प्रभावित करने में नाकाम रहे।
मौका: यह मार्करम के लिए अपने नेतृत्व कौशल को साबित करने और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अग्रणी बल्लेबाज के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने का अवसर है। दक्षिण अफ्रीका का यह क्रिकेट यह साबित करना चाहेगा कि एसए20 का खिताब कोई तुक्का नहीं था। यह टूर्नामेंट मयंक, उमरान, सुंदर और टी. नटराजन को राष्ट्रीय टीम में अपनी दावेदारी दिखाने का मौका भी देगा।
खतरा:टीम में अनुभवी भारतीय बल्लेबाजों की कमी है। ऐसे में मयंक या त्रिपाठी के चोटिल होने पर शीर्ष क्रम में विकल्प की कमी होगी। अनमोलप्रीत, नीतीश रेड्डी, उपेंद्र यादव, समद, मयंक डागर, विवरांत शर्मा, सानवीर सिंह और समर्थ व्यास जैसे खिलाड़ियों के पास शीर्ष स्तर के क्रिकेट का अनुभव नहीं है। टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने के लिए फिलिप्स, क्लासेन, ब्रुक और मार्कराम जैसे विदेशी खिलाड़ियों पर निर्भर हैं।