एकदिवसीय क्रिकेट की जब शुरुआत हुई तब कहा गया था कि क्रिकेट का यह रूप गेंदबाजों के हित में नहीं है। वनडे क्रिकेट के विकास के साथ इसमें गेंदबाजों की परेशानियाँ बढ़ती गईं। नब्बे के दशक तक वनडे क्रिकेट में बल्लेबाज पूरी तरह छा गए और इसी दौरान पहले 15 ओवरों का फायदा उठाने का प्रचलन आया।
1996 के विश्वकप में जयसूर्या और कालूवितर्ना की सलामी जोड़ी ने गेंदबाजों की जो गत बनाई वह क्रिकेट रिकॉर्ड के पन्नों में दर्ज है। इसके बाद विश्व के दिग्गज गेंदबाज भी वनडे क्रिकेट में औसत बल्लेबाज के सामने असहाय नजर आने लगे। फिर भी वनडे क्रिकेट में गेंदबाजों ने अपनी काबिलियत और मददगार विकेट की बदौलत अपनी जगह बनाए रखी, लेकिन तभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ट्वेंटी-20 क्रिकेट का प्रवेश हुआ।
ट्वेंटी-20 क्रिकेट यानी विश्व के दिग्गज गेंदबाजों की भी शामत। ट्वेंटी-20 क्रिकेट में बल्लेबाज के पास सिवाए हार्ड हिटिंग के कोई विकल्प नहीं होता, ऐसे में गेंदबाजों की मुश्किल बढ़ जाती है। कुछ पूर्व गेंदबाज तो यहाँ तक कहते हैं कि ट्वेंटी-20 क्रिकेट के नियम बल्लेबाजों को और सहूलियत देने के लिए बनाए गए हैं, वरना फ्री हिट जैसे नियम का क्या तुक है। इन नियमों को बनाते वक्त गेंदबाजों का खयाल नहीं रखा गया।
आईपीएल टूर्नामेंट में विश्व के नामी क्रिकेटर शामिल हो रहे हैं और सभी यहाँ अपने कद के अनुरूप प्रदर्शन करना चाहते हैं। जहाँ विश्व के नामी बल्लेबाजों से रनों की बरसात की उम्मीद है, वहीं देखना दिलचस्प होगा कि ख्यात गेंदबाज ताबड़तोड़ क्रिकेट में खुद को किस तरह साबित करेंगे। आइए, जानते हैं कि आईपीएल की किस टीम में कितने गेंदबाज हैं और वे किस तरह से विरोधी बल्लेबाजों को रन बनाने से रोक सकते हैं, एक अनुमान।
मुंबई इंडियंस : सबसे पहले नजर डालते हैं मुंबई इंडियंस की गेंदबाजी लाइन-अप पर। फिलहाल घोषित मुंबई टीम पर नजर डालें तो उसके पास लसिथ मलिंगा, आशीष नेहरा, दिलहारा फर्नांडो और शान पोलाक के रूप ऐसे गेंदबाज हैं, जो नई गेंद का अच्छा इस्तेमाल कर सकते हैं।
मलिंगा गेंदबाजी में मुंबई इंडियंस के ट्रंप कार्ड हैं। उनकी यार्कर और गुडलेंथ डिलीवरी बल्लेबाजों को परेशान करती है। इसके अलावा वे ओवर के बीच अच्छा गति परिवर्तन करते हैं। मुंबई इंडियंस की गेंदबाजी बहुत हद तक मलिंगा पर निर्भर करती है। मलिंगा लय में हैं, सीबी सिरीज में उन्होंने लगातार सचिन को बोल्ड किया है।
दिलहारा फर्नांडो अपनी तेज गेंदों के बीच अच्छा मिश्रण करते हैं। वे एक सामान्य गेंदबाज हैं, आईपीएल टूर्नामेंट में सफलता की कहानी लिखने के लिए फर्नांडो को विश्व के दिग्गज बल्लेबाजों के सामने कड़ी परीक्षा देनी होगी।
आशीष नेहरा मुंबई इंडियंस के लिए मु्ख्य गेंदबाज होंगे। नेहरा सितंबर 2005 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं। वे ट्वेंटी-20 क्रिकेट में कोई मैच नहीं खेले हैं। ट्वेंटी-20 क्रिकेट का अपेक्षाकृत कम अनुभव और लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने के कारण नेहरा पर अच्छे प्रदर्शन का दबाव होगा।
मलिंगा और नेहरा गेंदबाजी की शुरुआत करेंगे। शान पोलाक को सचिन संभवत: पहले गेंदबाजी परिवर्तन के तौर पर आजमाएँगे। पोलाक के लिए पिछली सिरीज बहुत अच्छी गुजरी है और वे लय में नजर आ रहे हैं। हालाँकि उनकी गेंदबाजी में उतनी विविधता नहीं है, लेकिन उनका चेंज ऑफ पेस विरोधी बल्लेबाजों को छका सकता है।
मुंबई इंडियंस के पास हरभजनसिंह के रूप में उपयोगी ऑफ स्पिनर है। भज्जी को 10 ओवर पुरानी गेंद से टर्न मिलना मुश्किल है, लेकिन उनका गेंदबाजी मिश्रण उन्हें सफलता दिलवा सकता है। बल्लेबाज भज्जी को निशाना बनाने की कोशिश करेंगे।
रॉयल चैलेंजर्स : बगलोर रॉयल चैलेंजर्स के पास जहीर खान और नाथन ब्रेकन के रूप में विश्व के दो श्रेष्ठ गेंदबाज हैं। ये दोनों नई गेंद संभालेंगे। जैक्स कैलिस और डेल स्टेन पहले परिवर्तन के तौर पर इस्तेमाल किए जाएँगे। अनिल कुंबले और अब्दुल रज्जाक (बांग्लादेश) के जिम्मे स्पिन आक्रमण होगा।
चेन्नई सुपर किंग : मखाया एंतिनी और जैकब ओरम चेन्नई सुपर किंग के लिए नई गेंद थामेंगे। जोगिंदर शर्मा पहले परिवर्तन होंगे जबकि एबी मार्केल उनका साथ निभाएँगे। बाद के ओवरों में मुथैया मुरलीधरन अपनी ऑफ स्पिन का जादू बिखेरेंगे। चेन्नई सुपर किंग की गेंदबाजी कागज पर तो संतुलित नजर आ रही है, जरूरत केवल अपनी प्रतिभा को परिणाम में बदलने की है।
डेयर डेविल्स दिल्ली : डेयर डेविल्स दिल्ली के पास नई गेंद की जिम्मेदारी संभालने के लिए ग्लेन मैग्राथ और मोहम्मद आसिफ जैसे दिग्गज गेंदबाज हैं। दोनों ही कुशल गेंदबाज हैं और मैग्राथ को तो बल्लेबाज का दिमाग पढ़ लेने वाला गेंदबाज कहा जाता है।
डेयर डेविल्स के पास फरवीज माहरूफ के रूप में पहला गेंदबाजी परिवर्तन है। डेनियल विटोरी, शोएब मलिक और खुद कप्तान वीरेंद्र सहवाग स्पिन विभाग संभालेंगे।
हैदराबाद टीम : हैदराबाद टीम के लिए रुद्रप्रताप सिंह और चामिंडा वास गेंदबाजी की शुरुआत करेंगे। आरपी सिंह ने ट्वेंटी-20 क्रिकेट में शानदार गेंदबाजी की थी और उनसे हैदराबाद टीम को काफी उम्मीदें रहेंगी। नुआन जोएसा हैदराबाद के पहले गेंदबाजी परिवर्तन रहेंगे। शाहिद अफरीदी ट्वेंटी-20 विश्वकप में अपनी प्रभावी गेंदबाजी के कारण मैन ऑफ द सिरीज रहे थे। हैदराबाद का स्पिन विभाग अफरीदी के पास होगा।
राजस्थान रॉयल्स : मुनाफ पटेल और सौहेल तनवीर राजस्थान रॉयल्स के लिए गेंदबाजी की शुरुआत करेंगे। पंकजसिंह और शेन वाटसन गेंदबाजी में पहले बदलाव के तौर पर लाए जाएँगे। कप्तान शेन वॉर्न स्पिन आक्रमण की बागडोर संभालेंगे। दिमित्री मेसकारेंहास, ग्रीम स्मिथ, यूसुफ पठान अपनी हरफनमौला योग्यता के कारण गेंदबाज के रूप में आजमाए जा सकते हैं। यानी राजस्थान रॉयल्स के पास गेंदबाजी विकल्प की कमी नहीं है।
नाइट राइडर्स : कोलकाता की नाइट राइडर्स के पास गेंदबाजों की कमी नहीं है। स्पीड स्टार शोएब अख्तर और उमर गुल के रूप में ओपनिंग कॉम्बिनेशन है। एक समय यह पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम का ओपनिंग कॉम्बिनेशन रहा है, जो काफी सफल हुआ। ईशांत शर्मा और अजीत अगरकर दो अन्य गेंदबाज हैं, जो गेंदबाजी में पहले बदलाव के तौर पर लाए जाएँगे। मुरली कार्तिक टीम में स्पिनर गेंदबाज हैं। यदि जरूरत हुई तो सौरव गांगुली और क्रिस गेल भी गेंद थाम सकते हैं।
मोहाली टीम : मोहाली टीम में रफ्तार के सौदागर ब्रेट ली और जोशीले श्रीसंथ गेंदबाजी की शुरुआत करेंगे। इरफान पठान पहले परिवर्तन के तौर पर इस्तेमाल किए जाएँगे। पठान और श्रीसंथ दोनों ही गेंदबाजों ने ट्वेंटी-20 विश्वकप में भारतीय टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई है। मोहाली के लिए एक साथ खेलने का फायदा इन दोनों गेंदबाजों को जरूर मिलेगा।
जेम्स होप्स एक अन्य गेंदबाज होंगे जबकि पीयूष चावला और रमेश पोवार में से कोई एक स्पिनर अंतिम ग्यारह में शामिल होगा। कैली मिल्स और युवराजसिंह जरूरत पड़ने पर गेंदबाजी में अपने जौहर दिखा सकते हैं।