IPL 2024, LSG vs GT, Yash Thakur News : कई लोगों के विपरीत यश ठाकुर को अपेक्षाओं का बोझ पसंद है इसलिए मयंक यादव (Mayank Yadav) के चोटिल होने के बाद लखनऊ सुपर जाइट्स के कप्तान लोकेश राहुल (KL Rahul) ने जब उनमें मैच विजेता देखा तो इस युवा तेज गेंदबाज को इससे आत्मविश्वास मिला और उन्होंने आईपीएल में पहली बार पारी में पांच विकेट चटकाए।
विदर्भ के 25 वर्षीय तेज गेंदबाज यश पर उस समय सभी का ध्यान केंद्रित हो गया था जब तेज गेंदबाज मयंक की मांसपेशियों में रविवार रात यहां गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच के दौरान खिंचाव आ गया और उन्हें मैदान छोड़कर जाना पड़ा।
यश ने इसके बाद 30 रन देकर पांच विकेट चटकाए जिसमें गुजरात के कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) का विकेट भी शामिल था। उन्होंने आईपीएल में पहली बार पांच विकेट चटकाए जिससे उनकी टीम ने गुजरात टाइटंस को 33 रन से हराया। उन्हें इस प्रदर्शन के लिए मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुना गया।
यश ने इस आईपीएल में सबसे तेज गेंद फेंकने वाले अपने साथी खिलाड़ी के बारे में कहा, मयंक एक असाधारण खिलाड़ी है और वह जिस गति से गेंदबाजी करता है। मैं अपनी सीमाएं जानता हूं और मैं अपनी ताकत भी जानता हूं और मैं केवल अपनी ताकत के अनुसार खेलता हूं।
मयंक के बारे में अपडेट देते हुए यश ने कहा कि उनका साथी अच्छा कर रहा है।
उन्होंने कहा, चिंता की कोई बात नहीं है। सब अच्छा है।
अपने क्रिकेट सफर की शुरुआत में विकेटकीपर बनने की चाहत रखने वाले यश ने अपने मैच जिताने वाले प्रदर्शन का श्रेय राहुल के समर्थन को दिया।
उन्होंने कहा, मयंक के मैदान से जाने के बाद, (केएल) राहुल भाई ने केवल इतना कहा कि हो सकता है कि यह आपका दिन हो, आप हमारे लिए मैच जीत सकते हैं।
यश ने कहा, उन्होंने कहा कि ज्यादा मत सोचो और खुद पर भरोसा रखो। उन्होंने कहा कि हम केवल उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जिन्हें नियंत्रित कर सकते हैं और बाहरी कारकों पर समय बर्बाद नहीं करेंगे जैसे कि किसी को क्या हुआ है।
उन्होंने कहा, मैं अपेक्षाओं के दबाव को चिंता के रूप में नहीं लेता। बल्कि मुझे खुशी होती है जब बाहर के लोग या मेरी टीम मेरे से मैच जिताने की उम्मीद करती है। मैं टीम के लिए मैच जीतने की इस जिम्मेदारी का आनंद लेता हूं।
हार के संदर्भ में टाइटंस के ऑलराउंडर विजय शंकर ने स्वीकार किया कि सामूहिक प्रयास की कमी से गिल की अगुवाई वाली टीम को नुकसान हो रहा है।
शंकर का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और वह 163 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम के 130 रन के कुल स्कोर में केवल 17 रन ही बना सके।
उन्होंने कहा, पिछले मैच में हमने एक टीम के रूप में काफी अच्छी बल्लेबाजी की (पंजाब किंग्स के खिलाफ 199 रन बनाए), इस मैच में हमने काफी अच्छी गेंदबाजी की (एलएसजी को रोकने के लिए)। कभी-कभी यह सिर्फ एक सामूहिक चीज होती है।
शंकर ने कहा, जब हम एक ही मैच में दोनों विभाग में अच्छा करने लगेंगे तो मैच जीतने लगेंगे।(भाषा)