लोकेश राहुल ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मैच से पहले सोमवार को नेट और फिटनेस अभ्यास में भाग लिया लेकिन लखनऊ सुपरजायंट्स (एलएसजी) ने मंगलवार को खेले गए इस मैच में यह काम नहीं आया और वह 14 गेंदो में 2 छक्के की मदद से 20 रन बना सके।
पंजाब किंग्स के खिलाफ लखनऊ की टीम ने राहुल का इस्तेमाल इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर किया था, जिसके बाद उनकी फिटनेस को लेकर सवाल उठे थे। टीम इस मैच में निकोलस पूरन की अगुवाई में मैदान में उतरी थी और उसने मैच को 21 रन से अपने नाम किया था।
राहुल ने पंजाब के खिलाफ क्विंटन डिकॉक के साथ पारी का आगाज करते हुए नौ गेंद में 15 रन बनाये थे। टीम ने इसके बाद उनकी जगह नवीन उल हक को मैदान पर उतारा था और डिकॉक ने विकेटकीपर की भूमिका निभाई थी।राजस्थान के खिलाफ पहले मैच में उन्होंने 44 गेंदो में 58 रन बनाए थे जिसमें 4 चौके और 2 छक्के शामिल थे। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी उऩ्होंने पहले मैच के बाद अपनी लय छोड़ दी।
राहुल नेट सत्र के दौरान बल्लेबाजी करते दिखते हैं लेकिन वह विकेटकीपिंग अभ्यास से दूर रहते हैं। मंगलवार के मैच में भी डिकॉक विकेट के पीछे की जिम्मेदारी निभाए हुए थे।
डिकॉक के अलावा भी टीम के पास एक विकल्प है। पिछले एक साल से शानदार लय में चल रहे पूरन ने दो मैचों में 170 की स्ट्राइक रेट से 104 रन बनाये है जिसमें एक पचासा भी शामिल है।उन्होंने कहा, पिछले कुछ वर्षों में मैंने अपनी बल्लेबाजी पर कड़ी मेहनत की है। मैं टीम के लिए किसी भी जिम्मेदारी को उठाने के लिए तैयार हूं।
ऐसे में यह बात स्पष्ट हो जाती है कि कप्तान केएल राहुल बतौर बल्लेबाज इस टीम के साथ खेल रहे हैं और बल्लेबाजी में ही फ्लॉप हो रहे हैं।विकेटकीपिंग के तो टीम के पास इतने विकल्प हैं। क्या केएल राहुल ही लखनऊ की कमजोर कड़ी है जो आगे जाकर टीम के लिए घातक साबित हो सकती है।