दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आक्रामक पारी के बाद महेंद्र सिंह धोनी को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने की मांग उठ रही है। धोनी ने दिल्ली के खिलाफ आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 16 गेंद पर नाबाद 37 रन बनाए लेकिन उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद धोनी के प्रशंसक उनसे ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए आने की अपील कर रहे हैं।
चेन्नई के फैंस का मानना है कि यदि महेंद्र सिंह धोनी ऊपरी क्रम में आते तो चेन्नई का विजय रथ नहीं रुकता। जहां अन्य बल्लेबाजों के बल्ले पर गेंद नहीं लग रही थी। धोनी ने 200 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की। वह टीम के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी रहे।
The aura
The euphoria
The magnanimity
It's MS Dhoni's world and we're just living in it!
माइकल क्लार्क का मानना है कि चेन्नई सुपर किंग्स का यह पूर्व कप्तान जरूरत पड़ने पर ही ऐसा करेगा।
लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान क्लार्क का मानना है कि यह दिग्गज भारतीय खिलाड़ी पहले की तरह फिनिशर की भूमिका निभाता रहेगा।उन्होंने कहा,मुझे नहीं लगता कि वह ऐसा करेंगे। मेरा मानना है कि वह मौजूदा क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए आएंगे। मैं जानता हूं कि महेंद्र सिंह धोनी का प्रत्येक प्रशंसक उन्हें जितना संभव हो उतने ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करते हुए देखना चाहता है। उनके पूरे करियर के दौरान हम सभी कहते रहे हैं कि उन्हें पारी का आगाज करना चाहिए।
क्लार्क ने कहा,वह अभी अपने करियर के जिस दौर में हैं जहां उन्होंने कप्तानी छोड़ दी है, मुझे नहीं लगता कि वह ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए आएंगे। मेरा मानना है कि अगर टीम की जरूरत हो तभी वह ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे।
भारत की तरफ से 2019 में अपना आखिरी मैच खेलने वाले 42 वर्षीय धोनी ने पिछले साल घुटने का ऑपरेशन करवाया था।क्लार्क ने कहा,क्योंकि वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि वह पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे। मैंने जितने भी फिनिशर देखे हैं उनमें वह सर्वश्रेष्ठ हैं। इसलिए मुझे लगता है कि टीम उनकी इस भूमिका का उपयोग आगे भी करती रहेगी।
ऑस्ट्रेलिया के एक अन्य पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ का मानना है कि धोनी के ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए आने से चेन्नई की टीम को फायदा होगा।स्मिथ ने कहा,उन्हें उपरी क्रम में आना चाहिए। वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहे हैं। यह देखना वास्तव में अविश्वसनीय था जबकि दूसरी तरफ रविंद्र जडेजा ऐसा करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उनके प्रशंसक भी चाहते हैं कि वह ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए आएं।