दिल्ली कैपिटल्स अभी तक हुए आईपीएल के किसी भी सत्र में खिताब नहीं जीत पाई है। साल 2020 में दिल्ली कैपिटल्स ने फाइनल में मुंबई इंडियन्स के साथ खिताबी मुकाबला खेला था। कप्तान ऋषभ पंत की वापसी टीम के लिए एक सुखद खबर है लेकिन इतना ही टीम के लिए काफी नहीं होने वाला है। जान लेते हैं टीम की क्या कमजोरी और ताकते हैं।
मजबूत पक्ष: दिल्ली कैपिटल्स की टीम में तीन ऐसे विदेशी खिलाड़ी हैं जो अपने दम पर मैच का पासा पलट सकते हैं। इनमें मिशेल मार्श पावर प्ले में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से दिल्ली को शानदार शुरुआत दे सकते हैं। अगर वह एक या दो ओवर भी कर लेते हैं तो यह दिल्ली के लिए सोने पर सुहागा होगा।
डेविड वॉर्नर ने जब से आईपीएल में खेलना शुरू किया तब से शायद ही कोई ऐसा सत्र रहा होगा जबकि उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा हो। इस बीच केवल वह तब असफल रहे जब उनका सनराइजर्स हैदराबाद के प्रबंधन के साथ मनमुटाव चल रहा था।
एनरिक नोर्किया दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में से एक है। वह 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। वह अधिकतर दिन खतरनाक साबित हो सकते हैं लेकिन छोटे मैदानों पर बल्लेबाज उनकी तेजी का सही उपयोग भी कर सकते हैं।
कमजोरी-दिल्ली के तेज गेंदबाजी विभाग में भारत के अच्छे खिलाड़ियों की कमी है। आवेश खान राजस्थान से जुड़ गए हैं । ऐसे में दिल्ली तेज गेंदबाजी विभाग में नोर्किया और झाए रिचर्डसन पर निर्भर रहेगी।खलील अहमद के लिए पिछला सत्र भुलाने लायक रहा था जबिक इशांत शर्मा ने पिछले सत्र में धारदार गेंदबाजी करके चौंकाया था। मुकेश कुमार को इसकी जिम्मेदारी उठानी होगी जो सभी प्रारुप में भारत के नियमित गेंदबाज बन चुके हैं। हालांकि निरंतरता उनके साथ एक बड़ी समस्या है।
अवसर:अक्षर पटेल, ललित यादव और सुमित कुमार जैसे ऑलराउंडर्स के लिए यह सुनहरा मौका है जब वह अपनी टीम के लिए कुछ करके नजर में आ सकते हैं। खासकर अक्षर पटेल जो कि इस बार आईपीएल 2024 के प्रदर्शन को टी-20 विश्वकप के चयन के लिए भुना सकते हैं। अक्षर पटेल की जगह रविंद्र जड़ेजा का चयन दक्षिण अफ्रीका में हुआ था जबकि सबसे छोटे प्रारुप में अक्षर पटेल रविंद्र जड़ेजा से कहीं बेहतर हैं।
खतरा- ऋषभ पंत का टीम में आना खुशखबरी तो है, लेकिन 14 महीने बाद क्रिकेट में वापसी कर रहे इस बाएं हाथ के विकेटकीपर का खेल अभी देखना बाकी है। नेट्स में खेलना और मैदान में खेलने में अँतर है। क्या दिल्ली कैपिटल्स को वही बल्लेबाज ऋषभ पंत मिलेगा जो सामने वाली टीम को एकतरफा हरा देता है। अगर हां तो दिल्ली दूर नहीं अगर नहीं तो दिल्ली दूर है।
इसके अलावा इंपैक्ट प्लेयर का नियम है जिसका प्रत्येक टीम अलग तरह से उपयोग करेगी लेकिन दिल्ली के पास ऐसे खिलाड़ियों की कमी है जो कि उसके लिए इस नियम का सही उपयोग करके तुरुप का इक्का साबित हो सकें। ऐसे में यह नियम दिल्ली पर विपरीत प्रभाव भी डाल सकता है।