पंजाब के मुकाबले चेन्नई सुपर

रविवार, 11 मई 2008 (12:02 IST)
कप्तान महेंद्रसिंह धोनी और एस बद्रीनाथ की धमाकेदार पारियों तथा लक्ष्मीपति बालाजी के 'हैट्रिक' साहित पाँच विकेट ने चेन्नई सुपर किंग्स को इंडियन प्रीमियर लीग ट्वेंटी-20 क्रिकेट मैच में शनिवार को यहाँ किंग्स इलेवन पंजाब पर 18 रन की जीत दिलाई।

धोनी ने 43 गेंद पर दो चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 60 और बद्रीनाथ ने 47 गेंद पर छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से 64 रन बनाए, जिससे चेन्नई सुपर किंग्स चार विकेट पर 181 रन बनाने में सफल रहा।

इसके जवाब में किंग्स इलेवन पंजाब का स्कोर एक समय दो विकेट पर 95 रन था, लेकिन बालाजी ने अपने एक ओवर में बेहतरीन फार्म में चल रहे शान मार्श (58) सहित दो विकेट निकालकर मैच का रुख पलट दिया और पंजाब की टीम नौ विकेट पर 163 रन ही बना पाई।

बालाजी ने अपने अंतिम ओवर में इरफान पठान (18 गेंद पर 40 रन), पीयूष चावला और वीआरवी सिंह को आउट करके टूर्नामेंट की पहली हैट्रिक बनाई। उन्होंने 24 रन देकर पाँच विकेट लिए।

पंजाब किंग्स इलेवन फिर से चेन्नई से पार पाने में नाकाम रही। इससे पहले मोहाली में भी उसे 33 रन से हार का सामना करना पड़ा था। पंजाब की आठवें मैच में यह तीसरी हार है, जबकि चेन्नई ने नौवें मैच में छठी जीत दर्ज की और अब वह अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुँच गया।

पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान महेंद्रसिंह धोनी (नाबाद 60) और एस. बद्रीनाथ (64) के अर्धशतकों की मदद से चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग ट्वेंटी-20 क्रिकेट मैच में चार विकेट पर 181 रन बनाए।

धोनी ने अपनी पारी में दो चौकों के अलावा चार छक्के जड़े, जबकि बद्रीनाथ की 43 गेंद की पारी में छह चौके और तीन छक्के शामिल हैं। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 91 रन की भागीदारी की, लेकिन चेन्नई की टीम अंतिम पाँच ओवर में केवल 37 रन ही जोड़ पाई जिससे उसका एमए चिदंबरम स्टेडियम की बल्लेबाजों की अनुकूल पिच पर 200 रन के पार पहुँचने का सपना पूरा नहीं हो पाया।

सुपर किंग्स को शुरू में एस श्रीसंथ के झटकों को सहना पड़ा, लेकिन पहले सुरेश रैना (26) और बाद में बद्रीनाथ और धोनी के तीखे तेवरों से वह सलामी बल्लेबाजों की असफलता से उबर गया।

श्रीसंथ ने एस. विद्युत (8) की आक्रामकता पहले ओवर में ही खत्म कर दी थी। बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज ने दो चौके जड़ने के बाद तीसरी गेंद पर पहली स्लिप में महेला जयवर्धने को कैच थमाया।

श्रीसंथ ने अपने अगले ओवर की दूसरी गेंद पर खराब फार्म में चल रहे स्टीफन फ्लेमिंग को आउट किया, जिन्होंने गुडलेंथ गेंद पर करारा शॉट जमाया, लेकिन वह सीधे कवर में करण गोयल के पास चला गया।

रैना और बद्रीनाथ ने 44 रन की भागीदारी करके टीम को इस संकट से उबारा। रैना ने उत्तरप्रदेश के अपने साथी पीयूष चावला पर शुरू में लगातार दो चौके जमाए, लेकिन आखिर में खुशी मनाने का मौका इस युवा लेग स्पिनर को मिला जिनकी कम लंबाई की गेंद को रैना ने हवा में उछालकर पैवेलियन का रुख किया।

धोनी ने हालाँकि चावला को विशेष तौर पर निशाना बनाया और उन पर तीन छक्के जड़े जिनमें से दो छक्के उन्होंने लगातार गेंद पर जमाए। वैसे धोनी के इस धमाल के बीच बद्रीनाथ ने दर्शकों को अधिक रोमांचित किया। उन्होंने इरफान पठान के एक ओवर में दो छक्के जड़े और केवल 37 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया जिसमें चार चौके और तीन छक्के शामिल हैं।

चेन्नई सुपर किंग्स का स्कोर 15वें ओवर तक तीन विकेट पर 144 रन था, लेकिन इसके बार जैसे धोनी और बद्रीनाथ के बल्लों पर जंग लग गई। अगले तीन ओवर में केवल 15 रन ही बने।

इस बीच चेन्नई की टीम ने बद्रीनाथ का विकेट भी गँवाया। पंद्रहवें ओवर के बाद गेंद 19वें ओवर में तब सीमा रेखा पार गई, जब धोनी ने जेम्स होप्स पर लांग ऑन पर छक्का जड़ा। इसके साथ उन्होंने अपना अर्धशतक भी पूरा किया। होप्स के इस ओवर में 17 रन बने, लेकिन पठान के अगले ओवर में पाँच रन ही बना पाए।

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