रॉयल्स की रोमांचक जीत

मंगलवार, 27 मई 2008 (12:33 IST)
राजस्थान रॉयल्स ने तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर की तूफानी गेंदबाजी के बाद नीरज पटेल और रवींद्र जडेजा के बीच नाबाद साझेदारी की मदद से रोमांच के चरम पर पहुँचे इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में मुंबई इंडियन्स को पाँच विकेट से मात देकर उसकी सेमीफाइनल में पहुँचने की संभावना को करारा झटका दिया।

मुंबई के 146 रन के लक्ष्य के जवाब में सवाई मानसिंह स्टेडियम की गेंदबाजों के अनुकूल पिच पर राजस्थान रॉयल्स ने पटेल (नाबाद 40) और जडेजा (नाबाद 23) के बीच छठे विकेट की नाबाद 69 रन की साझेदारी के दम पर अंतिम गेंद पर पाँच विकेट पर 146 रन बनाकर रोमांचक जीत दर्ज की।

राजस्थान रॉयल्स को दिलहारा फर्नान्डो की अंतिम गेंद पर जीत के लिए तीन रन बनाने थे। श्रीलंका के इस गेंदबाज ने पहले वाइड फेंकी, जिससे लक्ष्य सिर्फ दो रन रह गया। फर्नान्डो इसके बाद अपनी ही गेंद पर पटेल के शॉट को रोकने से चूक गए, जिससे बल्लेबाजों ने एक रन पूरा किया और दूसरे रन के लिए दौड़ पड़े। ड्वेन स्मिथ ने गेंद को सनथ जयसूर्या की ओर फेंका, लेकिन वह गेंद को पकड़ने में नाकाम रहे और मेजबान टीम ने 2 रन पूरे करने के साथ जीत दर्ज की।

इससे पहले 'मैन ऑफ द मैच' तनवीर (14 रन पर चार विकेट) की घातक गेंदबाजी के बीच मुंबई ने कप्तान सचिन तेंडुलकर (30) और श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (38) की उम्दा पारियों की मदद से सात विकेट पर 145 रन बनाए थे। तनवीर टूर्नामेंट में सर्वाधिक 21 विकेटों के साथ 'पर्पल कैप' के हकदार भी बने।

योगेश तकावले (नाबाद 24) ने पारी के अंतिम ओवर में तेज गेंदबाज शेन वॉटसन पर चार चौके और एक छक्के की मदद से 24 रन बटोरकर मुंबई को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुँचाया। तकावले ने आठ गेंद का सामना किया। राजस्थान रॉयल्स की यह अपने घरेलू मैदान पर 7 मैचों में सातवीं जीत है।

मुंबई इंडियन्स के अब 13 मैचों में 6 जीत से 12 अंक हैं। मुंबई को अगर सेमीफाइनल में पहुँचना है तो बुधवार को बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ होने वाला मैच जीतना होगा जबकि साथ ही दुआ करनी होगी कि चेन्नई सुपर किंग्स (13 मैचों में 14 अंक) मंगलवार को डेक्कन चार्जर्स से हार जाए।

मुंबई की इस हार से दिल्ली डेयरडेविल्स (14 मैचों में 15 अंक) सेमीफाइनल में पहुँचने वाली तीसरी टीम बनी। राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब पहले ही अंतिम चार में पहुँच चुके हैं। सेमीफाइनल में अब अंतिम स्थान के लिए मुकाबला मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच है।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी रॉयल्स को स्वप्निल असनोदकर (17) और कामरान अकमल (18) ने तेज शुरुआत दिलाई। अकमल ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए तेज गेंदबाज आशीष नेहरा पर दो चौके जड़ने के बाद शान पोलाक पर भी लगातार दो चौके मारे। वह हालाँकि अपनी इस पारी को अधिक आगे नहीं बढ़ा सके और रन आउट हो गए।

असनोदकर ने नेहरा की अंदर आती हुई गेंद को बैकवर्ड प्वाइंट पर खेला और रन के लिए दौड़ पड़े। मनीष पांडे ने विकेटों पर सटीक निशाना लगाया और अकमल गेंद से बचने के लिए उछले पड़े जिससे उनका बल्ला हवा में रहा गया तथा तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया।

असनोदकर उस समय भाग्यशाली रहे जब तीन रन के निजी स्कोर पर पोलाक की गेंद पर दिलहारा फर्नान्डो ने उनका आसान कैच छोड़ दिया। फर्नान्डो ने हालाँकि अपनी गलती को सुधारते हुए यूसुफ पठान (2) को नेहरा के हाथों कैच कराकर मेजबान टीम को दूसरा झटका दिया। श्रीलंका के इस गेंदबाज ने इसके बाद असनोदकर को विकेटकीपर तकावले के हाथों कैच कराकर रॉयल्स की मुसीबतें बढ़ा दीं। टीम का स्कोर इस समय तीन विकेट पर 47 रन था।

शेन वॉटसन (18) और मोहम्मद कैफ (12) ने चौथे विकेट के लिए 30 रन जोड़कर टीम को संकट से निकालने का प्रयास किया, लेकिन दोनों बल्लेबाजों के बीच हुई गलतफहमी के चलते मुंबई को चौथी सफलता मिली।

वॉटसन ने तेज गेंदबाज रोहन राजे की गेंद को शार्ट थर्ड मैन की तरफ खेला और दोनों बल्लेबाज रन के लिए आगे बढ़े लेकिन तभी वाटसन वापस लौट गए। इस बीच जयसूर्या ने गेंद को रोहन को थ्रो किया जिन्होंने विकेट उखाड़कर कैफ की पारी का अंत किया।

तीन गेंद बाद ही वाटसन भी रोहन की गेंद को पुल करने के प्रयास में तेंडुलकर को कैच थमा बैठे। वाटसन ने गेंद को मिड ऑन की तरफ खेला लेकिन तेंडुलकर ने मिड विकेट से दौड़ लगाते हुए जानदार कैच लपककर उनकी पारी का अंत किया। रॉयल्स इस समय 77 रन पर पाँच विकेट गँवाकर संकट में थे।

लेकिन पटेल और जडेजा ने छठे विकेट के लिए नाबाद 69 रन जोड़ते हुए टीम को जीत दिला दी। पटेल ने अपनी पारी में 29 गेंद का सामना करते हुए दो चौकों और एक छक्के की मदद से 40 रन बनाए जबकि जडेजा ने 20 गेंद की अपनी पारी में एक छक्का जड़ा।

टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई इंडियन्स को तेंडुलकर और जयसूर्या ने पहले विकेट के लिए 71 रन जोड़कर अच्छी लेकिन धीमी शुरुआत दिलाई। तेंडुलकर और जयसूर्या दोनों को ही राजस्थान की धारदार और सटीक गेंदबाजी के सामने रन बनाने के लिए जूझना पड़ा।

इन दोनों बल्लेबाजों की परेशानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पावर प्ले के छह ओवरों में मुंबई की टीम सिर्फ 29 रन ही बना सकी जिसमें मात्र दो बार गेंद सीमा रेखा के पार गई। जयसूर्या ने तेज गेंदबाज पंकज सिंह के एक ही ओवर में मिड ऑफ और स्ट्रेट पर चौका जड़कर रनों की चुप्पी को तोड़ने का प्रयास किया लेकिन वह रन गति बढ़ाने के प्रयास में सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर पंकज को कैच थमा बैठे।

जयसूर्या त्रिवेदी की गेंद को पुल करने के प्रयास में हवा में ऊँचा खेल बैठे जिसे मिडविकेट पर खड़े पंकज ने लपकने में कोई गलती नहीं की। श्रीलंका के इस बल्लेबाज ने 37 गेंद की अपनी पारी में चार चौके जड़े। तेंडुलकर भी इसके बाद ज्यादा देर नहीं टिक सके और त्रिवेदी की गेंद पर उन्हीं को कैच देकर पैवेलियन लौटे। मुंबई के कप्तान ने दो चौकों की मदद से 34 गेंद में 30 रन बनाए।

राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वार्न ने इसके बाद खराब फार्म में चल रहे रोबिन उथप्पा (3) को स्टंप कराकर मुंबई को तीसरा झटका दिया। उथप्पा गेंद को खेलने के प्रयास में काफी आगे निकल आए और चूक गए लेकिन विकेटकीपर कामरान अकमल ने विकेट उखाड़ने में कोई गलती नहीं की। इस समय टीम का स्कोर तीन विकेट पर 98 रन था।

तनवीर ने इसके बाद अभिषेक नायर (25) और शान पोलाक (0) को लगातार गेंदों पर आउट कर मुंबई को दोहरा झटका दिया। नायर तनवीर की सीधी गेंद को चूक गए और पगबाधा आउट हुए जबकि पोलाक विकेटकीपर को कैच थमा बैठे। तनवीर ने मनीष पांडे (3) और ड्वेन स्मिथ (8) की पारी का भी अंत किया।

मुंबई की टीम पूरी पारी के दौरान रन गति बढ़ाने के लिए जूझती दिखी लेकिन नियमित अंतराल पर विकेट गँवाने के कारण बड़ा स्कोर खड़ा करने में विफल रही। मेहमान टीम ने तकावले के साहस की मदद से अंतिम पाँच ओवरों में 48 रन जोड़े, जिसमें से आधे रन पारी के अंतिम ओवर में बने।

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