रॉयल चैलेंजर्स की सांत्वना जीत

गुरुवार, 22 मई 2008 (10:23 IST)
ये तो कमाल हो गया! फिसड्डी साबित हो चुकी और सेमीफाइनल से बाहर हो चुकी बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स की टीम ने हैरतअंगेज प्रदर्शन करते हुए शक्तिशाली चेन्नई सुपरकिंग्स को बुधवार की रात आईपीएल क्रिकेट मैच में 14 रन से हराकर तहलका मचा दिया।

बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स ने पहले खेलते हुए जब आठ विकेट पर 126 रन बना पाए थे तो किसी को उम्मीद नहीं थी कि यह टीम मैच जीत पाएगी। चेन्नई टीम के ओपनरों पार्थिव पटेल (24) और स्टीफन फ्लेमिंग (45) ने पहले विकेट के लिए नौ ओवर में 60 रन जोड़ डाले थे।

तब ऐसा लग रहा था कि मैच एकतरफा हो जाएगा, लेकिन लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने आखिर अपना कमाल दिखाया और मात्र 14 रन पर तीन विकेट झटककर मैच का रुख बदल दिया। चेन्नई की टीम दो विकेट पर 65 रन की सुखद स्थिति से अचानक लुढ़क गई और आठ विकेट पर 112 रन ही बना सकी। यह टूर्नामेंट की सबसे अप्रत्याशित जीत है।

पटेल और फ्लेमिंग ने चेन्नई को ताबड़तोड़ शुरुआत दी1 पटेल ने 24 रन की अपनी पारी में चार चौके लगाए जबकि फ्लेमिंग ने 40 गेंदों पर 45 रन की अपनी पारी में तीन चौके और दो छक्के लगाए। पटेल को कुंबले ने अपनी गेंद पर ही लपका। इसके बाद कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आए, लेकिन चार बनाकर विनय कुमार का शिकार बन गए।

कुंबले ने फ्लेमिंग को 14वें ओवर में अपना दूसरा शिकार बनाया1 इसी ओवर में उन्होंने सुब्रमण्यम बद्रीनाथ को पगबाधा आउट कर दिया। तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने एल्बी मोर्कल और एस. विद्युत के विकेट झटक लिए।

प्रवीण कुमार ने मनप्रीत गोनी को आउट किया और लक्ष्मीपति बालाजी रन आउट हो गए1 चेन्नई टीम आखिर में बेंगलोर के स्कोर से 12 रन पीछे रह गई। चेन्नई ने 25 रन के अंतराल में अपने छह विकेट गँवाए और यही उसकी सनसनीखेज हार का कारण बना। बेंगलोर की तरफ से कुंबले 14 रन पर तीन विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे। स्टेन ने 28 रन पर दो विकेट लिए। प्रवीण और विनय कुमार को एक-एक विकेट मिला।

आखिरी ओवर आते-आते जब यह लगने लगा था कि बेंगलोर टीम मैच जीत जाएगी तो उसके कप्तान द्रविड़ ने अपनी मुट्‍ठियाँ लहराते हुए पहले ही जीत का इजहार कर दिया था। मैच समाप्त होने पर बेंगलोर के खिलाड़ियों ने इस अनोखी जीत की खुशी में एक दूसरे को गले लगा लिया।

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