डेविल्स को रोकना होगा प्रीति के युवराज को

शुक्रवार, 16 मई 2008 (20:36 IST)
दिल्ली डेयरडेविल्स ने लगातार चार मैच हारने का गतिरोध तोड़ते हुए आखिर आईपीएल टूर्नामेंट में अपनी पाँचवीं जीत हासिल कर ली है और अब उसके सामने किंग्स इलेवन पंजाब के जाँबाजों को रोकने की कड़ी चुनौती है।

दिल्ली और पंजाब के जाँबाजों के बीच शनिवार को यहाँ फिरोजशाह कोटला मैदान में आईपीएल-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का महत्वपूर्ण मुकाबला होने जा रहा है। किंग्स इलेवन अब तक अपने नौ मैचों में 12 अंक लेकर अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है, जबकि दिल्ली की टीम दस मैचों में दस अंक लेकर पाँचवे स्थान पर है। दिल्ली को सेमीफाइनल की होड़ में खुद को ऊपर ले जाने के लिए यह मैच जीतना होगा।

दिल्ली के लिए यह मैच इसलिए भी महत्वपूर्ण हो गया है कि पंजाब की टीम ने अपने मैदान में दिल्ली को करारी मात दी थी। दिल्ली ने डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद को गुरुवार रात को यहाँ हुए मुकाबले में 12 रन से हराकर एक बार फिर जीत का 'टॉनिक' पी लिया है और पूरी उम्मीद है कि इस टॉनिक से मिले नए आत्मविश्वास से डेयरडेविल्स अपने मैदान पर पंजाब के जांबाजों को धूल चटा सकेंगे।

हालाँकि पंजाब की टीम भी इस समय जबरदस्त फॉर्म में है और उसे रोक पाने के लिए दिल्ली की टीम को विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा मैं बराबर कहता रहा हूँ कि इस टूर्नामेंट में किसी भी टीम का लगातार जीतना संभव नहीं है।

पंजाब की टीम ने बेशक अपने नौ में से छह मैच जीते हैं मगर हमारी टीम ने हैदराबाद के खिलाफ बल्लेबाजी और गेंदबाजी में जैसा प्रदर्शन किया उसे देखते हुए मैं मान सकता हूँ कि हमारी टीम पंजाब को रोक सकती है।

पंजाब के खिलाफ दिल्ली की टीम का दारोमदार मुख्यतः ओपनर गौतम गंभीर और युवा शिखर धवन के कंधे पर रहेगा। जबरदस्त फॉर्म में चल रहे ट्‍वेंटी-20 के मास्टर ब्लास्टर गंभीर आईपीएल में अब तक दस मैचों में 425 रन बना चुके हैं और टूर्नामेंट में 400 रन का आँकड़ा पार करने वाले वह पहले बल्लेबाज हैं।

गंभीर और शिखर दोनों ने ही हैदराबाद के खिलाफ पिछले मैच में अर्द्धशतक बनाकर दिल्ली को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी1 दिल्ली के साथ बल्लेबाजी में फिलहाल सबसे बड़ी चिंता कप्तान सहवाग का पिछले कुछ मैचों में लगातार 'फ्लाप' होना है।

हैदराबाद के खिलाफ भी वह शून्य पर आउट हो गए थे, लेकिन अपनी फॉर्म को लेकर वीरु ज्यादा चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा यदि मेरी टीम जीतती है तो मैं चाहे रन बनाऊँ या न बनाऊँ, इससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। वीरु को फर्क पड़े या न पड़े लेकिन दिल्ली को उनसे एक अदद विस्फोटक पारी का इंतजार है। दिल्ली का टॉप ऑर्डर ही उसकी ताकत है और इसमें वीरु का चलना बहुत जरुरी है क्योंकि उसके मध्यक्रम का टूर्नामेंट में अब तक लड़खड़ाता हुआ प्रदर्शन रहा है।

वैसे सहवाग ने इस बात पर खुशी जताई है कि हैदराबाद के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही एक साथ चली थी, जिसके कारण वह मैच जीतने में सफल रहे। लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने जिस तरह हैदराबाद के खिलाफ पिछले मैच में हैट्रिक हासिल की वह पंजाब की टीम के लिए खतरे का संकेत हो सकता है।

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