इंडियन प्रीमियर लीग के अध्यक्ष और कमिश्नर ललित मोदी ने आज कहा कि अगले सत्र में टूर्नामेंट में खिलाड़ियों को खरीदने के लिए आठों फ्रेंचाइसी पर लगी पाँच मिलियन डॉलर की रोक हटाने की बात काल्पनिक है।
मोदी ने कहा सभी खिलाड़ियों को फ्रेंचाइसी मालिकों ने तीन साल के लिए खरीदा है। सभी टीमों में संभवत: आठ आठ विदेशी खिलाड़ी हैं। रोक हटाने की बात करना काल्पनिक है। यह रोक दूसरे और तीसरे साल में भी लागू रहेगी।
इन अटकलों को हवा तब मिली थी जब इंग्लैंड के बल्लेबाज केविन पीटरसन को एक फ्रेंचाइसी द्वारा मोटी रकम देकर खरीदे जाने की खबरें उड़ी थी।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने इस रोक को हटाने का विरोध करते हुए कहा था- मैंने सुना है कि इसके बाद खिलाड़ियों को खरीदने की रकम पर कोई रोक नहीं रहेगी लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह आईपीएल के लिए अच्छा होगा। इससे खेल में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा नहीं रह जाएगी।