सैटेलाइट फोन के लिए यान बना रहा है भारत

बेंगलुरू, भारत ऐसा अंतरिक्ष यान तैयार कर रहा है जिसकी मदद से सैटेलाइट फोन पर विदेशी कंपनियों पर निर्भरता खत्म हो जाएगी।
इसरो के पूर्व चेयरमैन जी. माधवन नायर ने बताया कि फिलहाल भारत में प्रयुक्त होने वाले सैटेलाइट फोन विदेशी कंपनियों की मदद से चलते हैं, इनमें एक इंडोनेशिया की है।

अभी हमें सैटेलाइट आधारित संचार में काम करना है। इसका अभिकल्पन विकसित किया जा चुका है। इसरो इस उपग्रह को बनाने की प्रक्रिया से निकल रहा है। यहाँ सेमीकंडक्टर एसो. के विजन शिखर सम्मेलन में संबोधित करने के बाद उन्होंने कहा कि इसके लिए यान पर बड़ा एंटीना लगाना होगा।

एक या दो साल में यह यान तैयार कर लिया जाएगा। मोबाइल के लिए केवल एस बैंड का प्रयोग होता है। इसरो इस पर काम कर रहा है। अपने 6 साल के कार्यकाल में श्री नायर के अधीन करीब 25 मिशन सफल साबित हुए। फिलहाल वे इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ एस्ट्रोनॉटिक्स के अध्यक्ष हैं।

उनका कहना है कि अंतरिक्ष की संपत्ति राष्ट्रीय विकास के लिए काम आती है। इसकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। मेरा मानना है कि कोई इस पर कार्य करे, संभवतः अंतरिक्ष विभाग कर रहा हो। चीन द्वारा एसेट (एंटी सैटेलाइट) कार्यक्रम शुरू करने और अंतरिक्ष में भी हथियारबंद रहने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि भारत ने अंतरिक्ष की अपनी संपत्ति का प्रयोग शांतिपूर्ण कार्यों के लिए किया है और सरकार ने अपनी नीति नहीं बदली है। अंतरिक्ष पर्यटन पर उनका मानना है कि यह फिलहाल दूर की कौड़ी है।

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