‘ऑनलाइन ट्यूशन’ का जादू, बच्चे भी दे रहे ‘गुरू ज्ञान’

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कोच्चि, शिक्षा के क्षेत्र में कई रिकॉर्ड कायम कर चुके केरल में ‘ऑनलाइन ट्यूशन’ का चलन जोर पकड़ रहा है। ‘ऑनलाइन ट्यूशन’ के क्षेत्र में कुंवारी और शादीशुदा महिलाओं के अलावा महज 13 साल की उम्र के बच्चे भी कूद पड़े हैं।

एर्नाकुलम जिले के ग्रीन वैली पब्लिक स्कूल की कक्षा छह में पढ़ने वाले 13 साल के अक्षय कुमार पीजी के और अलफुजा जिले के बिशप मूर विद्यापीठ में छठी कक्षा के ही छात्र अमल मरियादास के अलावा नौवीं कक्षा में पढ़ रहे 16 साल के कार्तिक पीजी ऐसे होनहारों में शामिल हैं जो खुद से उम्र में कमोबेश दोगुने छात्रों को ‘ऑनलाइन ट्यूशन’ दे रहे हैं।

ये बच्चे थोप्पुमपदी के अक्षय ई-लर्निंग सेंटर में खुद से उम्र में कई-कई साल बड़े छात्रों को ई-ट्यूशन की मदद से ज्ञान बांट रहे हैं। ‘ऑनलाइन ट्यूशन’ में शामिल ये बच्चे यहीं बैठे-बैठे बेंगलूर और मिस्र में मौजूद अपने छात्रों को अंग्रेजी बोलना सिखा रहे हैं।

‘ऑनलाइन ट्यूशन’ दे रहे बच्चों से शिक्षा प्राप्त करने वालों में बेंगलूर के 40 वर्षीय ‘बाबू’ भी शामिल हैं। बाबू का अपना ट्रांसपोर्ट बिजनेस है। वह और उनकी पत्नी कानून की डिग्री लेना चाहते हैं।

गुरू ज्ञान बांट रहे बच्चों को ऑनलाइन ट्यूशन देने में किसी तरह की परेशानी का भी सामना नहीं करना पड़ता। वे अपने स्कूल जाने से पहले सुबह छह बजे और रात को अपना होमवर्क करने के बाद 9:30 से लेकर 10:30 तक शिष्यों को अंग्रेजी पढ़ाते हैं। इसके लिए उन्हें घर से कहीं बाहर जाने की भी जरूरत नहीं पड़ती। सेबेस्टियन का कहना है कि बच्चे किसी बात को बहुत जल्दी समझ लेते हैं और उन्हें यह समझाना बहुत आसान है कि क्लासेज कैसे लेनी हैं।

सेबेस्टिन ने कहा कि बच्चे चीजों को महज तीन दिनों के अंदर समझ लेते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों ने सेंटर के 27 शिक्षकों के लिए पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन (पीपीटी) की मदद से भी क्लासेज ली हैं। (भाषा)

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