सावधान, हो सकता है साइबर युद्ध!

बुधवार, 4 फ़रवरी 2015 (12:32 IST)
सोल। उत्तर कोरिया अमेरिका के साथ बातचीत शुरू होने की संभावना से इनकार करता नजर आया और धमकी दी कि अमेरिका के किसी भी ‘अतिक्रमण युद्ध’ का जवाब परमाणु हमले और साइबर युद्ध से दिया जाएगा । परमाणु निरस्त्रीकरण पर छ:  देशों की लंबे समय से स्थगित वार्ता को पुनर्जीवित किए जाने के वॉशिंगटन और प्योंगयोंग के कदमों की खबरों के बाद देश की शीर्ष सैन्य इकाई ‘नेशनल डिफेंस कमीशन’ (एनडीसी) की ओर से यह बयान आया है ।

एनडीसी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की हाल की टिप्पणियों से पता चलता है कि अमेरिका का लक्ष्य उत्तर कोरिया को ‘कमजोर करना’ है। बयान स्पष्टत: ओबामा के 22 जनवरी के साक्षात्कार पर प्रतिक्रिया है। साक्षात्कार में ओबामा ने कहा था कि उत्तर कोरिया ‘धरती पर सर्वाधिक अलग-थलग, सर्वाधिक प्रतिबंधों वाला और दूसरों से सबसे ज्यादा कटा हुआ देश है।’ एनडीसी के प्रमुख एवं उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने सप्ताहांत कहा कि प्योंगयोंग ने देश की समाजवादी प्रणाली को पलटने के बारे में ‘भौंक रहे पागल कुत्तों के साथ’ किसी भी बातचीत से इनकार कर दिया है।

एनडीसी ने बयान में कहा कि यदि अमेरिका कोई ‘अतिक्रमण युद्ध’ भड़काता है या परमाणु युद्ध छेड़ता है तो उत्तर कोरिया ‘अपने परमाणु हथियारों से जवाब देगा।’ इस बयान का शीषर्क ‘अमेरिकी साम्राज्यवादी अंतत: बर्बादी का सामना करेंगे’ था। इसमें कहा गया कि यदि अमेरिका साइबर युद्ध से उत्तर कोरिया को कमजोर करने की कोशिश करेगा तो प्योंगयोंग अपने साइबर युद्ध से जवाब देगा और इस तरह अमेरिकी की अंतिम बर्बादी जल्द होगी। (भाषा)

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