यह एप बताएगा टॉयलेट का पता

सोमवार, 27 जुलाई 2015 (17:55 IST)
जब लोग अनजान जगह में होते हैं और उन्हें टॉयलेट जाना हो तो उन्हें टॉयलेट ढूंढने में विभिन्न प्रकार  की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब इस समस्या का हल खोज लिया गया है।

एक  ऐसा एप जल्द ही लांच होने जा रहा है जिसकी सहायता से आप किसी भी क्षेत्र के आसपास स्थित  पब्लिक टॉयलेट के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस एप का नाम 'स्वच्छ भारत टॉयलेट लोकेटर'  है।

इस लोकेटर के माध्यम से आप आसपास के क्षेत्र में मौजूद सभी टॉयलेट के बारे में जानकारी हासिल कर  सकेंगे, साथ ही आप जान सकेंगे कि कौन सा टॉयलेट कितना साफ, सुरक्षित और इसका इन्फ्रास्ट्रक्चर  कितना दमदार है।

इसके अलावा इस एप में कई फिल्टर भी मौजूद हैं, जो बताएंगे कि टॉयलेट इंडियन है या वेस्टर्न, फ्री है  या पेड। साथ ही फिल्टर में यह भी जानकारी दी जाएगी कि किस टॉयलेट में विकलांगों के लिए सीट  उपलब्ध है। इसके अलावा इसकी भी जानकारी दी जाएगी कि टॉयलेट में सैनिटरी पैड मौजूद हैं कि नहीं।   
मंत्रालय इस एप को लांच करने से पहले भारत के विभिन्न शहरों में स्थित टॉयलेट के डाटा को एकत्रित  करने में जुटा हुआ है। इस एप के अंतर्गत पेट्रोल पंप व रेस्टोरेंट के टॉयलेटों को भी शामिल किया  जाएगा।

इस एप को बनाने का श्रेय पंजाब के आईएएस जोड़े विपुल उजवल (37), मोगा के म्युनिसिपल कमिश्नर  व उनकी पत्नी सोनाली गिरी (31), एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर, फरीदकोट को जाता है।

इस साल की शुरुआत में दोनों दिल्ली में थे। इसी दौरान जब वे कनॉट प्लेस में थे, तब उन्हें टॉयलेट  ढूंढने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा, तब से दोनों के मन में इस एप को बनाने का विचार कौंधा  और उन्होंने इस सबंध में अपने एक बैच मेट से संपर्क किया और यह एप डेवलप कराया।

इसके पहले दोनों ने जनरल इलेक्शन के दौरान आई-वोट एप को डेवलप किया था और इसके तहत उन्हें  दिल्ली में पुरस्कार से नवाजा गया।

इसके अलावा एप में एक ऑप्शन भी दिया गया है जिसमें यूजर अपनी रेटिंग दे पाएंगे कि टॉयलेट  कितना साफ है। यह रिपोर्ट सीधे अथॉरिटी के पास पहुंचेगी और इस संबंध में अथॉरिटी जानकारी के  आधार पर सख्त कदम उठाएगी।

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