अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि यह सेंसर खाद्य सामग्री से एथेनॉल के उत्सर्जन को मापकर खाने के खराब होने की पहचान करेगा। सेंसर से मिली जानकारी ग्राहक (पाठक) के पास तक पहुंचेगी और इससे संबद्ध डाटा एक सर्वर में सुरक्षित हो जाएगा। शोधार्थियों ने बताया कि इस एथेनॉल सेंसर का विकास फिनलैंड के टेक्निकल रिसर्च सेंटर ने किया है।