अब आया मोबाइल वॉलेट, नहीं रखना पड़ेंगे रुपए

मुंबई। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने मंगलवार को एक्सेंचर और मास्टकार्ड के साथ मिलकर मोबाइल वालेट ऐप ‘एसबीआई बडी’ पेश किया। यह सेवा एसबीआई और गैर एसबीआई उपभोक्ताओं को उपलब्ध होगी।
इस एप को वित्तमंत्री अरुण जेटली ने वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा और वित्तीय सेवा विभाग के सचिव हंसमुख अधिया के साथ पेश किया। एसबीआई की चेयरपर्सन अरंधति भट्टाचार्य ने कहा, यह हमारी उपभोक्ताओं की वित्तीय और गैर वित्तीय दोनों किस्म की रोजमर्रा की जरूरत पूरा करने वाली संस्था बनने के लक्ष्य के अनुरूप है। मोबाइल, इस परिवर्तन का केंद्र बनने वाला है और इस एप्लिकेशन से हमें इस माध्यम से अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी। 
अगले पन्ने पर, ये सुविधाएं मिलेंगी...  
 
 

मोबाइल वालेट का उपयोग नए और पंजीकृत उपभोक्ताओं को धन भेजने, फिल्मों तथा उड़ान की टिकटें बुक करने, होटल बुक करने और खरीदारी के लिए भी किया जा सकता है।
 
इसमें बकाया निपटाने के लिए रिमाइंडर, रीचार्ज करने और तुरंत बिल के भुगतान जैसी विशेषताएं हैं। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है और फिलहाल और जल्दी ही एपल एप्लिकेशन स्टोर पर भी पेश किया जाएगा।
 
वित्तमंत्री ने एसबीआई फाउंडेशन के लोगो और वेबसाइट का भी अनावरण किया। फाउंडेशन शिक्षा, पर्यावरण, महिला सशक्तीकरण, बाल कल्याण को बढ़ावा देगा और एसबीआई समूह की कॉर्पोरेट सामाजिक गतिविधियों का प्रबंधन करेगा।
 
जेटली ने स्वच्छता और शौचालय के निर्माण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए वॉकहार्ट फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक और न्यासी हुजैफा खोराकीवाला को सम्मानित किया। बैंक ने राजस्थान के सवाई माधोपुर में स्वच्छता परियोजना के कार्यान्वयन के लिए 97.37 लाख रुपए का चेक भी प्रदान किया।
 
वित्तमंत्री ने अगस्त्य इंटरनेशनल फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष रामजी राघवन को भी सम्मानित किया जो ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब बच्चों और शिक्षकों के लिए मोबाइल प्रायोगिक वैज्ञानिक कार्यक्रम चलाते हैं। 

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