रिसर्च टीम से जुड़े डॉ. डेविड हॉटन ने बताया कि सेल्फी ऐसे इमेज होते हैं जो इंसान की अंदर छुपी भावनाओं को एक अलग रूप में प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा जो लोग लगातार अपनी फोटोज अपलोड करते रहते हैं, उनके फैमेली व फ्रेंड उनसे बहुत अच्छी तरह से कनेक्ट नहीं हो पाते।
उन्होंने बताया कि जो भी जानकारी हम सोशल नेटवर्किंग साइट पर पोस्ट करते हैं उसे हमारे नजदीकी लोग जिनमें हमारे पार्टनर, फ्रेंड्स, फैमली वाले साथ काम करने वाले तथा जान-पहचान वाले शामिल होते हैं और हर व्यक्ति का आपके द्वारा शेयर की गई जानकारी के संबंध में अलग विचार होता है। स्टडी में यह भी पाया गया है कि जो लोग अपनी फैमेली की जगह अपने दोस्तों की फोटोज ज्यादा पोस्ट करते हैं तो उनके और फैमली के रिश्तों में खटास आने लगती है।