कैसे मनाएं हम सभी यह पर्व : जैन धर्म में धन, संपत्ति, यश तथा वैभव लक्ष्मी के बजाय वैराग्य लक्ष्मी प्राप्ति पर अधिक बल दिया गया है। अत: हमें भी मोक्ष प्राप्ति की ओर अधिक ध्यान देना चाहिए। आज की इस भागदौड़भरी जिंदगी में भी हमें भगवान महावीर के उपदेशों पर चलते हुए भ्रष्टाचार, लोभ, लालच तथा अन्य बुराइयों का खात्मा करना चाहिए तथा सत्य व अहिंसा का मार्ग अपना कर जीवों की हिंसा करने वाले पटाखों का त्याग करके जीव-जंतु, प्राणियों तथा पर्यावरण की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए, क्योंकि दीपावली पर पटाखों का बाजार बहुत बड़ा होने के कारण हम इससे होने वाली जनहानि, प्रदूषण तथा जीवों की हिंसा करने से बचेंगे, साथ ही हम सही मायनों में भगवान महावीर का निर्वाणोत्सव मना पाएंगे।