जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि जिस जगह हथियार बरामद हुए, वहां मुठभेड़ के दौरान हुसैन मारा गया। उन्होंने बताया कि पुलिस का एक दल हथियार बरामद करने के लिए हुसैन को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास घटनास्थल पर बुधवार को साथ लेकर गया था, लेकिन उसने एक पुलिसकर्मी की राइफल छीनकर पुलिस दल पर गोलीबारी कर दी।
उन्होंने बताया कि बम निरोधी दस्ते ने हथियारों का पैकेट खोला और उसमें से एक एके-राइफल, एक मैगजीन, 40 राउंड गोलियां, एक पिस्तौल, दो पिस्तौल मैगजीन, 10 राउंड गोलियां और दो ग्रेनेड बरामद किए।
उन्होंने कहा कि जम्मू के एक आरोपी ने खुलासा किया कि ड्रोन गिराने के मामलों में एक पाकिस्तानी कैदी की अहम भूमिका रही है और वह लश्कर एवं अल-बद्र आतंकवादी समूहों का मुख्य सदस्य है। उसे जेल से अदालत लाया गया, जिसने उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस का एक दल मजिस्ट्रेट के साथ घटनास्थल गया और फलियां मंडल इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित टोफ गांव से जखीरा बरामद किया। जब पैकेट खोला जा रहा था, तो हुसैन ने एक पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया और उसकी सर्विस राइफल छीन ली। उसने पुलिस दल पर गोलीबारी की और घटनास्थल से भागने का प्रयास किया।