हालांकि पुलिस इससे इंकार करती थी कि अमृतपाल ने जम्मू में शरण ली है, पर कोई भी अधिकारी इसके प्रति इन संभावनाओं से इंकार नहीं करता था कि वह जम्मू में भी शरण इसलिए ले सकता है, क्योंकि अगर उसके कुछ साथियों के कुछ रिश्तेदार यहां हैं तो जम्मू में भी खालिस्तान समर्थक अतीत में पाए गए हैं।
दरअसल, जम्मू के रणवीर सिंह पुरा इलाके से हिरासत में लिए गए अमृतपाल सिंह के साथी पापलप्रीत सिंह के जीजा अमरीक सिंह और फुफेरी बहन सर्बजीत ने खुलासे किए हैं कि अमृतपाल सिंह जम्मू में शरण चाहता था और उसने इसकी खातिर कई बार व्हॉट्सएप कालें भी की थीं।
यह बात अलग है कि इस खुलासे की पुष्टि फिलहाल पुलिस द्वारा नहीं की गई है। लेकिन इतना जरूर था कि इन रहस्योद्घाटनों के बाद जम्मू-कश्मीर में खासकर जम्मू के उन इलाकों में भी अमृतपाल सिंह की तलाश तेज की गई है, जहां खालिस्तान समर्थक तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर पर भी सतर्कता अभियान के लिए अलर्ट जारी किया गया है। दूसरे प्रवेश द्वार कीड़िया-अमृतसर राजमार्ग पर भी ऐसी ही सतर्कता बरती जा रही है।
पुलिस ने इसकी पुष्टि की है कि पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल सिंह के जारी किए गए विभिन्न रूपों वाले फोटो प्रत्येक नाके पर वितरित किए गए हैं ताकि उसकी पहचान की जा सके और वह प्रदेश में प्रवेश न कर पाए। पुलिस का मानना था कि वे इस मामले में कोई ढील नहीं बरतना चाहेंगें, क्योंकि ये भी सूचनाएं हैं कि प्रदेश के कश्मीरी आतंकी खालिस्तान समर्थकों के साथ मिलकर प्रदेश में खलल पैदा करने की योजनाएं लिए हुए हैं।