जम्मू। कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के साथ-साथ नकली आतंकियों का बोलबाला होने लगा है। दूसरे शब्दों में कहें तो अब नकली आतंकी, नकली हथियारों के साथ परिदृश्य पर छाने लगे हैं। आज मंगलवार को भी एक ऐसे मामले में एक नकली आतंकी को नकली हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया है।
पिछले साल भी ऐसे कई मामले सामने आए थे जबकि उससे पहले भी अतीत में पुलिस और कश्मीरी जनता ऐसे मामलों से त्रस्त हो चुकी है। ताजा घटनाक्रम में पुलिस ने पुलवामा में एक डॉक्टर को खिलौना पिस्तौल दिखाकर लूटने के मामले में आदिल अहमद नामक व्यक्ति को पकड़ा तो उसके कब्जे से लूट का सारा सामान मिल गया। कड़ी पूछताछ हुई तो उसने अन्य मामलों में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। अब उसके बाकी साथियों की तलाश की जा रही है।
वैसे यह कोई पहला मामला नहीं था जिसमें नकली आतंकियों ने नकली हथियारों के बल पर कश्मीरियों को लूटा था। पिछले साल ही दिसंबर में ऐसी 2 घटनाएं हो चुकी हैं। 3 दिसंबर को कुलगाम में 5 नकली आतंकी पकड़े गए थे तो 25 दिसंबर को श्रीनगर से 2 नकली आतंकियों को नकली एके-47 राइफलों के साथ पकड़ा गया था। वे कई लोगों को इन खिलौना हथियारों के बल पर लूट चुके थे।
पुलिस द्वारा मुहैया करवाए गए आंकड़ों के मुताबिक कश्मीर में आतंकवाद के फैलने के साथ ही नकली आतंकी भी फैलने लगे थे। नकली आतंकी सिर्फ कश्मीर तक ही सीमित नहीं थे बल्कि पूरे प्रदेश में फैले हुए थे। तभी तो वर्ष 2007 में 7 सितंबर को डोडा में ऐसे ही 2 नकली आतंकी पकड़े गए थे तो वर्ष 2018 में एक को अनंतनाग में पकड़ा गया था।
सबसे मजेदार लूट नकली आतंकियों की वर्ष 2018 में 30 अप्रैल को सामने आई थी, जब उन्होंने अपने एक दोस्त की मंगेतर को ही लूट लिया था। बाद में सभी नकली आतंकी पकड़े गए थे जिनके पास से नकली एके-47 और नकली हथगोलों की बरामदगी ने पुलिस को चौंका दिया था।