दही हांडी प्रतियोगिता : मुंबई और गोवा में दही-हाण्डी प्रतियोगिता का आयोजन होता है। महाराष्ट्र में दही-हाण्डी उत्सव को गोपालकाला के नाम भी जाता जाता है। प्रति वर्ष युवाओं की सैकड़ों टोलियाँ दही-हाण्डी प्रतिस्पर्धा में भाग लेती हैं। दही-हाण्डी की प्रतियोगिता को अधिक चुनौतीपूर्ण बनाने के लिए हाण्डी को भूमि से कई फीट ऊपर किसी खुले स्थान अथवा चौराहे पर बांधा जाता है। युवाओं के दही-हाण्डी तक पहुंचने के प्रयासों को लड़कियां पानी अथवा कोई चिकना पदार्थ डालकर विफल करने का प्रयास करती हैं। उल्लेखनीय है कि हाल के वर्षों में दही-हाण्डी प्रतियोगिता की पुरुस्कार राशि 1 करोड़ भारतीय रुपयों तक पहुंच चुकी है।
इस बार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सबसे बड़ा दही हांडी उत्सव का आयोजन गुढ़ियारी के मैदान में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बड़ी दही हांडी फोड़ने वालों को प्रथम पुरस्कार के रूप में 5 लाख रुपए मिलेगा। महिला दही हांडी फोड़ के लिए 1 लाख 51 हज़ार रुपए रखा गया है। तीसरा पुरस्कार ग्रीस युक्त खंभा में चढ़ने के लिए 1 लाख 51 हज़ार रुपए का पुरस्कार रखा गया है। इस पूरे दही हांडी उत्सव का आयोजन सार्वजनिक दही हांडी उत्सव समिति कर रही है।