Janmashtami 2024: वर्ष 2024 में भगवान श्री कृष्ण का पावन पर्व जन्माष्टमी 26 अगस्त, दिन सोमवार को मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण का विशेष पूजन किया जाएगा। यदि आप भी जन्माष्टमी पर्व पर कान्हा जी की विधिवत पूजन करना चाहते हैं तो यह जन्माष्टमी से पूर्व यह सामग्री एकत्रित करना ना भूलें...। यहां पढ़ें संपूर्ण सूची-
जन्माष्टमी पूजा सामग्री सूची- Janmashtami puja samgri list
1. तुलसी माला,
2. कपूर,
3. केसर,
4. चंदन,
5. यज्ञोपवीत 5,
6. कुमकुम,
7. गंगाजल,
8. अबीर,
9. गुलाल,
10. अभ्रक,
11. हल्दी,
12. आभूषण,
13. नाड़ा,
14. रुई,
15. रोली,
16. सिंदूर,
17. सुपारी,
18. पान के पत्ते,
19. पुष्प माला,
20. कमल गट्टे,
21. अक्षत
22. खड़ा धनिया,
23. सप्तमृत्तिका,
24. सप्तधान्य,
25. कुशा व दूर्वा, पंच मेवा,
26. धूप बत्ती/अगरबत्ती,
27. शहद,
28. शकर,
29. शुद्ध घी,
30. दही,
31. दूध,
32. ऋतुफल,
33. नैवेद्य या मिठाई, (पेड़ा, मक्खन, मिश्री, मालपुए, लड्डू इत्यादि),
34. इलायची (छोटी),
35. लौंग मौली,
36. इत्र की शीशी,
37. सिंहासन, बाजोट या झूला (चौकी, आसन),
38. पंच पल्लव, (बड़, गूलर, पीपल, आम और पाकर के पत्ते),
39. पंचामृत,
40. तुलसी दल,
41. केले के पत्ते, (यदि उपलब्ध हों तो खंभे सहित),
42. औषधि, (जटामांसी, शिलाजीत आदि),
43. श्री कृष्ण का पाना (अथवा मूर्ति) ,
44. गणेश जी की मूर्ति, अम्बिका की मूर्ति,
45. श्रीकृष्ण को अर्पित करने हेतु वस्त्र,
46. गणेश जी को अर्पित करने हेतु वस्त्र,
47. अम्बिका को अर्पित करने हेतु वस्त्र,
48. जल कलश (चांदी, तांबे या मिट्टी का),
49. सफेद कपड़ा (आधा मीटर),
50. लाल कपड़ा (आधा मीटर),
51. पंच रत्न (सामर्थ्य अनुसार),
52. दीपक, बड़े दीपक के लिए तेल,
53. बंदनवार,
54. ताम्बूल (लौंग लगा पान का बीड़ा),
55. श्रीफल (नारियल),
56. धान्य (चावल, गेहूं),
57. पुष्प (गुलाब एवं लाल कमल),
58. एक नई थैली में हल्दी की गांठ,
59. दूर्वा, अर्घ्य पात्र सहित अन्य सभी पात्र आदि।
60. झांकी सजाने के लिए हाथी, गाय, मोर, बांसुरी, मोर पंख, छोटी मटकियां, रंगोली आदि।
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