8. इंदौर के पितेृश्वर हनुमान : इंदौर के पितृ पर्वत पर स्थापित पितेृश्वर हनुमानजी की मूर्ति का वजन 108 टन और ऊंचाई 71 फुट है। इस प्रतिमा का निर्माण सोना, चांदी, प्लेटिनम, पारा, एंटीमनी, जस्ता, सीसा और रांगा अर्थात अष्टधातु से किया जा रहा है जिसे अभिषेक की दृष्टि से सर्वोत्तम माना जाता है। इस मूर्ति का निर्माण गालव ऋषि की भूमि (ग्वालियर) में किया गया और फिर इसे कई भागों में यहां लाकर स्थापित किया गया। इस हनुमानजी के उपर जो छत्र है वह 18 फुट गोल है और हनुमानजी की गदा 45 फुट लंबी है। मूर्ति के सामने पंच धातु से निर्मित 9 बाइ 19 फुट की रामायण स्थापित की गई है। इसकी स्थापना के लिए 121 बाइ 121 फुट का चबुतरा बनाया गया है जो भूमि से 14 फुट ऊंचा है। इस मूर्ति की खासियत यह है कि यह भारत की पहली विशालकाय विराजमान मूर्ति है, जबकि सभी मूर्तियां खड़े हुनमानजी की है। यह दुनिया की सबसे बड़ी धातु की प्रतिमा है।