करवा चौथ विशेष : मेहंदी तेरे नाम की...

- दीपिका शर्मा
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सुहागनों के लिए मेहंदी का सही अर्थ करवा चौथ के दिन ही होता है। इनके लिए मेहंदी सौभाग्य की निशानी मानी जाती है। भारत में ऐसी मान्यता है कि जिस लड़की के हाथों की मेहंदी ज्यादा गहरी रचती है, उसे अपने पति तथा ससुराल से अधिक प्रेम मिलता है। लोग ऐसा भी मानते हैं कि गहरी रची मेहंदी आपके पति की लंबी उम्र तथा अच्छा स्वास्थ्य भी दर्शाती है।

मेहंदी का क्रेज : -
मेहंदी का ये व्यवसाय त्योहारों के मौसम में सबसे ज्यादा फलता-फूलता है, खासतौर पर करवा चौथ के दौरान। इस समय लगभग सभी बाजारों में आपको भीड़-भाड़ का माहौल मिलेगा। हर गली-नुक्कड़ पर आपको मेहंदी आर्टिस्ट महिलाओं के हाथ-पांव पर तरह-तरह के डिजाइन बनाते मिल जाएंगे।

इस दौरान तमाम ब्यूटी पार्लर भी मेहंदी तथा मेकअप पर विभिन्न ऑफर निकालते हैं। शादीशुदा महिलाएं भारत में आमतौर पर किसी भी रीति रिवाज से पहले अपने हाथ-पैरों पर मेहंदी लगाना शुभ मानती हैं। और इस मेहंदी के डिजाइन फूलों से लेकर कई ज्योमेट्रिकल डिजाइन तक हो सकते हैं। आजकल तो मेहंदी में अपने पति का डिजाइनर नाम लिखवाने का फैशन भी काफी जोरों पर है।

मेहंदी की कारीगर सुमन कहती हैं, हमारे पास आजकल कमल जैसे फूल, जाली के डिजाइन, बेल, पत्तियों की चेन जैसे डिजाइन काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। इसके अलावा महिलाओं का एक बड़ा समूह अरेबिक डिजाइन, गोलाकार या तिकोने डिजाइंस भी पसंद करता है। आजकल कोन्स तथा जैक्वॉड बॉटल ही मेहंदी लगाने के सबसे सही तरीके माने जाते हैं। यह काफी आसान हैं और इनमें समय भी कम लगता है और रेडी टू यूज कोन ने तो हमारा काम और भी आसान कर दिया है।

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मेहंदी का व्यवसाय -
मेहंदी के अलग-अलग शेड बनाने के लिए मेहंदी निर्माता इसमें कई अन्य पौधों की पत्तियां व फूल भी मिलाते हैं-जैसे इन्डिगो, चाय की पत्ती, कॉफी, नींबू आदि। और खासतौर पर बात यदि बॉडी ऑर्ट की हो, तो मेहंदी के मिक्सचर में चीनी तथा तेल भी मिलाया जाता है। इससे रंग भी गहरा चढ़ता है तथा मेहंदी कई दिनों तक रहती है।

मेहंदी आर्टिस्ट सोमेश ने बताया कि लोगों का जीवन आज काफी व्यस्त हो गया है। महिलाओं को घर के साथ-साथ ऑफिस भी संभालना होता है। ऐसे में वो पूरे दिन मेहंदी लगाकर नहीं घूम सकती । इसलिए टेम्परेरी टैटू मेहंदी की मांग भी काफी बढ़ गई है। यह बहुत ही आसान तरीका है।

कारीगर सुमन कहती हैं कि हमारे पास पहले से ही अलग-अलग डिजाइन के स्टेंसिल होते हैं, जिन पर ग्राहक का मनचाहा रंग लगाकर हम उन्हे हाथ पर छाप देते हैं। इसमें असली मेहंदी लगाने की तरह 1-2 घंटे नहीं, बल्कि मात्र 10 मिनट लगते हैं। हां, असली मेहंदी का रंग जहां महीनेभर तक चलता है, उसकी तुलना में इन स्टेंसिल का रंग 2-3 दिन में ही फीका पड़ जाता है।

हंदी आर्ट की कीमत 100 रुपए से शुरू होती है, जिसमें सिर्फ आपकी हथेलियों पर मेहंदी लगाई जाती है। अगर आपको हथेली से ऊपर तक मेहंदी लगानी है या हाथों के साथ-साथ पैरों पर भी मेहंदी लगानी है तो कीमत 500 रुपए से लेकर 1000 या 2000 रुपए तक भी जाती है।

कीमत कितनी होती है, यह इस पर निर्भर करता है कि आप कैसा डिजाइन चुनती हैं तथा उसमें कितने बारीक डिजाइन से काम किया हुआ है। तो देर कैसी? निकलिए बाहर बाजार में और चुनिए अपने पसंदीदा डिजाइन और करवा चौथ के इस पावन अवसर पर अपने श्रृंगार में लगा दीजिए चार चांद।

बस गहरी मेहंदी और पति की लंबी उम्र के साथ-साथ यह भी ध्यान दें कि आपका श्रृंगार उनकी जेब पर अधिक भारी न पड़े और आप खूबसूरत भी दिखें।

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