बाल दिवस का मस्त चुटकुला: मोबाइल युग के बच्चों को ये बातें जानना बहुत जरूरी है
बाल दिवस का यह चटपटा चुटकुला दिन बना देगा आपका...
आजकल मोबाइल युग के ये नन्हे-मुन्ने बच्चे कभी नहीं जान पाएंगे कि पुराने जमाने में उन्हें किन-किन कारणों से कूटा जाता था :
• हम उम्र बच्चों के साथ लड़ाई में हार जाने पर।
• पिटने के बाद रोने पर।
• पिटने के बाद नहीं रोने पर।
• बिना पिटे रोने पर।
• दोस्तों के साथ खेलने-कूदने पर।
• दोस्तों के साथ नहीं खेलने-कूदने पर
• जहां बड़े बैठे हों वहां टहलने पर।
• बड़ों को जवाब देने पर।
• बड़ों को जवाब नहीं देने पर।
• बहूत समय तक बिना पिटे रहने पर।
• उपदेश पर गाना गुनगुनाने पर।
• अतिथियों को प्रणाम नहीं करने पर।
• अतिथियों के जाते समय साथ जाने की जिद पर।
• खाने से मना करने पर।
• सूर्यास्त के बाद घर आने पर।
• पड़ोसियों के यहां खाना खा लेने पर।
• जिद्दी होने पर।
• अति उत्साही होने पर।
• धीरे-धीरे खाने पर।
• जल्दी-जल्दी खाने पर।
• बड़े जाग गए हों तो सोते रहने पर।
• अतिथियों को खाते समय निहारने पर।
• चलते समय रपट कर गिर जाने पर।
• बड़ों के साथ नजरें मिलाने पर।
• बड़ों के साथ नजरें नहीं मिलाने पर
• बड़ों के साथ बात करते समय पलकें झपकाने पर
• हम उम्र बच्चों के साथ लड़ाई में जीत जाने पर।
• बड़ों के साथ बात करते समय पलकें नहीं झपकाने पर
• रोते हुए बच्चे को देखकर हंसने पर।
• अतिथियों के लिए बनाए नाश्ते पर हाथ साफ करने पर।