बाल साहित्य : मत कर होशियारी

चोरी करना छोड़ दे बबलू 
मत कर ये होशियारी।   
बात पता जब चल जाएगी 
मारेगी महतारी। 


 
 
 
छुप छुप के खा गया 
मिश्री और मिठाई।  
दिल करता है पकड़ के गर्दन
कर दू तेरी पिटाई।  
 
यही आदत जब पड़ी रहेगी 
होएगी मारामारी। 
 
 
 

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