बाल कविता : बड़ों की शिक्षा

पहले जरा हाथ तो धो लो,
 
साथ लाए जो डिब्बा खोलो।


 
रखा है उसमें पूड़ी-अचार,
 
मिला है जिसमें मां का प्यार।
 
मित्रों को भी साथ बुला लो,
 
मिल-जुलकर सब खाना खा लो।
 
हिल-मिलकर रहना अच्छा,
 
यही बड़ों ने दी शिक्षा।

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