×
SEARCH
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
जन्माष्टमी
स्वतंत्रता दिवस
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
सनातन धर्म
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
काम की बात
श्रीराम शलाका
ज्योतिष 2025
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
समाचार
जन्माष्टमी
स्वतंत्रता दिवस
बॉलीवुड
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
काम की बात
श्रीराम शलाका
ज्योतिष 2025
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
हिन्दी कविता : एक सवाल
- ऋचा दीपक कर्पे
कक्षा सातवीं के
उस अपरिपक्व मन को
पढ़ाया गया आज इतिहास।
यह बताया गया...
भारत था 'सोने की चिड़िया'।
और कैसे बादशाहों के भेस में
लुटेरे आए
वह तैमूर, सिकंदर, लोधी
वह गौरी वह गजनी
बस उन्हीं की गाथाएं।
उन्होंने तोड़े हमारे मंदिर
शिवलिंग ध्वस्त कर दिए
बहा दी खून की होली
लूट लिया खजाना
और अपने मुल्क चल दिए।
मुझे सुना रहे थे वे
मुगलों, अफगानों के किस्से
उनकी फैलाई तबाही की कहानी
मैं सुन रही थी
वह मार-काट, वह विध्वंस
उन मासूमों की जबानी।
सुनती रही मैं ध्यान से
आखिर मैंने पूछ ही लिया
कि काशी विश्वनाथ से लेकर
ॐकारेश्वर, महेश्वर, सोमनाथ
वे भव्य सुंदर मंदिर
वे दूर तक फैले घाट...।
टूटा हुआ वह मंदिर
फिर बनाया किसने?
कौन थीं वह शिवभक्त,
वह निर्मात्री, वह साम्राज्ञी
क्या कभी पूछा तुमने?
जवाब, जैसा कि तय था,
वे नहीं जानते थे...
थोड़े हिचकिचाए
वास्तुकला के बेजोड़ नमूने
बनाने वाले
सातवीं कक्षा के इतिहास में
स्वयं के लिए एक स्थान न बना पाए।
क्या कभी बदलेगा पाठ्यपुस्तकों
का यह काला इतिहास?
क्या कभी हम
आने वाली पीढ़ियों को
देवी अहिल्या, दुर्गावती,
राणा सांगा, वीर शिवा का
गौरव सुना पाएंगे?
या फिर...
ये लूट-खसोट करने वाले
विदेशी अत्याचारी
इतिहास की किताबों में सजकर
हमेशा के लिए अमर हो जाएंगे?
और सृजनकर्ता, निर्माता
मां भारती के रक्षक
हमारे धर्म, हमारी संस्कृति के उपासक
देशभक्त, हमारे आदर्श
गुमनामी में ही कहीं खो जाएंगे?
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
सम्बंधित जानकारी
हिन्दी ग़ज़ल : ग़म को परे रखकर थोड़ा सा मुस्कुराइए
बारिश के मौसम पर कविता : वर्षा रानी की सौगातें
कविता : ताज को एक सिर की तलाश!
हिन्दी कविता : मेरी-तुम्हारी-हमारी
काव्य धारा : अश्रु और मैं
जरुर पढ़ें
पंजीरी भोग क्या है, क्यों है भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय
स्वतंत्रता दिवस का इतिहास, महत्व और आज की पीढ़ी की भूमिका
भारत के साथ ये 5 देश भी 15 अगस्त को मनाते हैं आजादी का जश्न, जानिए नाम
स्वतंत्रता दिवस पर बनाएं ये 5 बेहतरीन तिरंगे व्यंजन
जन्माष्टमी पर अपनाएं श्री कृष्ण नीति के ये 5 गुण, सफलता चूमेगी आपके कदम
नवीनतम
हर घर तिरंगा.. हर मन तिरंगा...
पहाड़ों पर क्यों ज्यादा होती हैं बादल फटने घटनाएं, जानिए क्या होता है बादल फटना
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं: लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर, 15 अगस्त पर भेजें ये खास मैसेज
स्वतंत्रता दिवस: गौरव, बलिदान, हमारी जिम्मेदारी और स्वर्णिम भविष्य की ओर भारत
श्रीकृष्ण का प्रिय और जन्माष्टमी विशेष माखन-मिश्री का भोग कैसे बनाएं, नोट करें रेसिपी
ऐप में देखें
x