समर वेकेशन पोयम : फिर आईं छुट्टियां...

- डॉ. हरीश निगम
 
खोली है मस्ती ने
खुशियों की मुट्ठियां
फिर आईं छुट्टियां।
 
बस्तों को चैन मिला,
हमको आराम
अब चाहे उधम हो
सुबह से शाम।
 
 
अब कैरम-शतरंज जमे
चाहे हो गुट्टियां
फिर आईं छुट्टियां।
 
यहां-वहां सैर करें
या खेलें खेल
किंतु हमें रखना है
सबसे ही मेल।
 
याद रखें मिट्टी को
भूले हम कुट्टियां
फिर आईं छुट्टियां।
 
साभार- देवपुत्र

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