हिन्दी कविता : स्वच्‍छ भारत...

-दीपा श्रीवास्तव


 
शहर-गली में चर्चा है,
स्वच्‍छ भारत अभियान की!
 
आओ बच्चों तुम्हें बताएं,
महत्ता कचरा दान की।
 
बिना प्रबंधन बीमारी,
फैले जो दुश्मन जान की।
 
उचित प्रबंधन खाद बनाता,
करता मदद किसान की। 
 
शहर-गली में चर्चा है,
स्वच्‍छ भारत अभियान की!
 
कपड़े की झोली विकल्प है
पॉलीथिन की थैली की।
 
लहर चल रही सभी ओर अब,
मोदी के अभियान की!
 
शहर-गली में चर्चा है,
स्वच्‍छ भारत अभियान की!
 
शौचालय के लाभ समझना,
जरूरत हर इंसान की।
 
तुम्हारे कंधों पर निर्भर है,
सफलता इस अभियान की!
 
शहर-गली में चर्चा है,
स्वच्‍छ भारत अभियान की!

 

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