सब्जियों से बनाता था चित्र!

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गुसेपी आर्सिमबोल्डो सोलहवीं शताब्दी का एक इतालवी चित्रकार था। वह अपने समय का जाना-माना चित्रकार था। इसलिए 'ओल्ड मास्टर' भी हुआ जैसा कि पुराने ख्यात चित्रकारों का कहने का रिवाज है। लेकिन वह प्रसिद्ध हुआ फल, फूल, सब्जियों, मछलियों और पुस्तकों से बनाए हुए अपने व्यक्ति चित्रों (पोर्ट्रेट्स) के कारण। कैनवास पर इन वस्तुओं की जमावट इतने अच्छे ढंग से करता कि वे इंसानी चेहरों की तरह दिखाई देते।

यह काम वह इतने अच्छे से कर लेता कि व्यक्तियों और राजा-महाराजाओं तक के चित्र सब्जियों और फूलों से हूबहू बना लेता। यह तो सभी जानते हैं कि राजा लोग कितने सनकी होते हैं। जरा-सी भूल पर किसी को भी मरवा देते हैं। फिर भी गुसेपी के बनाए हुए चित्रों परवे प्रसन्ना होते थे। वह ऑस्ट्रिया के राजा मॅक्समिलन द्वितीय और उनके बेटे रुडोल्फ द्वितीय का दरबारी चितेरा था। उसने रुडोल्फ का ऐसा ही एक चित्र बनाया। वह न सिर्फ रुडोल्फ को पसंद आया। सेक्सनी के शासक राजा ऑगस्टस ने भी उसे देखकर अपने दरबार में काम दिया।

एक लाइब्रेरियन का चित्र तो उसने सिर्फ पुस्तकों के जरिए बनाया था। बीसवीं शताब्दी के विक्षिप्त चित्रकार साल्वाडोर डाली भी गुसेपी के चित्रों से प्रभावित होकर अजीबो-गरीब चित्र बनाने लगे थे। ऐसा नहीं कि गुसेपी ने सामान्य सुंदर चित्र बनाए ही नहीं। उनके अनोखे चित्र इतने पसंद किए गए कि लोग उनके दूसरे चित्र भूल ही गए। चित्रकारी पर लिखने वाले कई विशेषज्ञों ने उन्हें सिरफिरा कहा लेकिन देखिए, गुसेपी के चित्रों में कुछ बात है।

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